संवाददाता

दिल्लीः  वनवासी कल्याण आश्रम ने 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा की जंयती को जनजाति गौर दिवस के तौर पर मनाने फैसला लिया है। इस मौके पर देशभर में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। दिल्ली प्रांत कार्यकर्ता बैठक को संबोधित करते हुए वनवासी कल्याण आश्रम के अखिल भारतीय नगरीय कार्य प्रमुख भगवान सहाय ने बताया कि कल्याण आश्रम द्वारा देशभर में 15 नवंबर को धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा के जन्मदिन को धूमधाम से जनजाति गौरव दिवस के रूप में मनाया जाएगा।

आपको बता दें कि भगवान बिरसा मुंडा ने केवल 25 वर्ष के अपने छोटे से जीवन में अंग्रेजों से लोहा लेते हुए जनजाति समाज को एक नई दिशा दी तथा जनजाति समाज का गौरव बढ़ाया। उन्होंने बताया कि इस मौके पर देशभर में समाज के अलग-अलग समूहों की विचार गोष्ठियां तथा सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। भगवान बिरसा मुंडा के जीवन से संबंधित साहित्य का वितरण किया जाएगा। आज़ादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत कल्याण आश्रम द्वारा जनजातियों को गौरव दिलाने वाले,उनका उत्थान तथा जीवन को  नई दिशा देने वाले जनजाति समाज के 75 महापुरुषों तथा स्वतंत्रता सेनानियों के जीवन के बारे में भी बताया।

उन्होंने इन पर एक पुस्तिका का प्रकाशन भी किया जाएगा। वहीं इस मौके पर दिल्ली प्रांत के संगठन मंत्री धनीराम जी ने बताया कि नवंबर तथा दिसंबर मास में दिल्ली में एक व्यापक जनसंपर्क अभियान किया जाएगा,जिसमें कल्याण आश्रम के कार्यकर्ता घर घर विभिन्न टोलियों के माध्यम से सोसायटियों, आरडब्ल्यूए,मार्केट एसोसिएशन, जनजाति प्रमुख, चार्टर्ड एकाउंटेंट्, डॉक्टरों,प्राध्यापकों,वकीलों तथा समाज के अन्य प्रबुद्ध व्यक्तियों से मिलेंगे।
विचार गोष्ठी गोष्ठियां आयोजित की जाएंगी तथा जनजाति महापुरुषों का साहित्य वितरण किया जाएगा।

बैठक को दिल्ली प्रांत उपाध्यक्ष विनोद अग्रवाल ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हमें छोटे बड़े सभी कार्यकर्ताओं को सम्मान देना चाहिए तभी संगठन आगे बढ़ सकता है।

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