देहरादून:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को उत्तराखंड में देवाधिदेव महादेव के धाम केदारनाथ में आदि गुरु शंकराचार्य की प्रतिमा का अनावरण किया। यहां उन्होंने आदि गुरु शंकराचार्य की प्रतिमा के समक्ष ध्यान लगाया। इसके बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आदि गुरु की दोबारा निर्मित समाधि पर उनकी प्रतिमा के समक्ष बैठने का अनुभव बयां करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं। यह अद्भुत था।
पीएम मोदी ने वर्ष 2013 की विनाशकारी बाढ़ के बाद शून्य से कम तापमान में केदारपुरी में हुए पुनर्निर्माण कार्यों का श्रेय बाबा केदार को दिया और कहा कि बिना उनके आशीर्वाद के यह कार्य संभव ही नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि यह दशक उत्तराखंड का है और आने वाले वर्षों में कनेक्टिविटी को अभूतपूर्व रूप से बढ़ावा मिलेगा।
महादेव की नगरी केदारधाम में आयोजित कार्यक्रम में मोदी ने राम की नगर अयोध्या का भी उल्लेख किया और कहा कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण का कार्य चल रहा है। सदियों के बाद वह अपना गौरव वापस पा रहा है। आपको बता दें कि अगले कुछ महीने में उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं ऐसे में मोदी ने दीपावली के एक दिन बाद दोनों राज्यों के वोटरों को साधने की कोशिश की।
Speaking at Kedarnath. Watch. https://t.co/QtCLIbRZy7
— Narendra Modi (@narendramodi) November 5, 2021
आपको बता दें कि एक ही शिला को काटकर आदि गुरु शंकराचार्य की 12 फीट ऊंची और 35 टन वजनी प्रतिमा का निर्माण किया गया है। शंकराचार्य की प्रतिमा का अनावरण करने के बाद पीएम मोदी ने उसके समक्ष बैठकर अराधना की। इससे पहले उन्होंने ने केदारनाथ मंदिर पहुंचकर भगवान शिव की विशेष पूजा अर्चना की और रूद्राभिषेक किया।
पीएम मोदी ने मंदिर के मुख्य द्वार पर पहुंचने पर पुजारियों ने उनके माथे पर लेप लगाकर स्वागत किया। पीएम मोदी के इस कार्यक्रम का आदि गुरु शंकराचार्य की ओर से चारों दिशाओं में स्थापित किए गए चारों धाम बद्रिकाश्रम ज्योतिर्पीठ बदरीनाथ, द्वारिका पीठ, पुरी पीठ तथा रामेश्वरम और 12 ज्योतिर्लिंगों सहित देशभर के शिवालयों में सीधा प्रसारण किया गया।