दिल्लीः यदि आप प्री-डायबिटीज और डायबिटीज है और अपने शुगर को कंट्रोल करना चाहते हैं, तो द कपिवा का डाय़ फ्री जूस यूज करें। द कपिवा एकेडमी ऑफ आयुर्वेद का डाय़ फ्री जूस डायबिटीज के मरीजों के लिए एक तरह का वरदान की तरह है, जो शुगर को कंट्रोल करना चाहते हैं। आपको बता दें कि कपिवा भारत में सबसे तेजी से बढ़ते ई-कॉमर्स ब्रांडों में से एक है और इस ब्रांड ने हजारों भारतीयों की लाइफस्टाइल के मद्देनजर कई तरह के सफल आयुर्वेदिक प्रो़डक्ट्स लॉन्च किए हैं।

आपको बता दें कि इंटरनेशनल डायबिटीज फेडरेशन के अनुसार, भारत में लगभग 7.7 करोड़ लोग डायबिटीज के शिकार हैं। वहीं 2.5 करोड़ लोग प्री-डायबिटीज के शिकार हैं। हाल के सालों में मधुमेह से पीड़ित लोगों के लिए कई प्रो़डक्ट्स की खोज हुई है। इनमें इंसुलिन जैसे लाइफ सेविंग इनवेंशन से लेकर सप्लिमेंट्स और कैप्सूल तक शामिल हैं जो ब्लड शुगर लेवल और उनके लक्षणों को संतुलित करने में मदद करते हैं। ज्यादातर लोग अपने ब्लड शुगर को मैनेज करने के लिए एक नैचुरल और आयुर्वेदिक उपचार को पसंद करते हैं, लेकिन वे समाधानों से अनजान हैं। हो सकता है वे इसके बारे में जानते हों, लेकिन सोल्युशन बहुत कठिन है या स्वाद में कड़वा है। ऐसे में आयुर्वेदिक समाधान कपिवा का डाय फ्री जूस डायबिटीज और प्री-डायबिटीज मरीजों के लिए रामबाण दवा है।

प्रसिद्ध आयुर्वेदिक चिकित्सक एवं द कपिवा एकेडमी ऑफ आयुर्वेद के सदस्य डॉ आनंद द्विवेदी के मुताबिक डायबिटीज जैसी लाइफ लॉन्ग रहने वाली बीमारी का अगर समय पर सही तरीके से इलाज शुरू कर दिया जाए, तो इससे बचा जा सकता है। आयुर्वेद में हम कार्बोहाइड्रेट मेटाबॉल्जिम को बढ़ाकर ब्लड शुगर लेवल को रेगुलेट करने के लिए करेला, आंवला, जामुन और गिलोय के कॉम्बिनेशन वाले जूस के सेवन की सलाह देते हैं। दूसरी ओर, करेला हमारे लिवर फंक्शन के सुधार के लिए भी बेहतर है। जामुन का इस्तेमाल अक्सर कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने और पेशाब (urination) के दौरान होने वाली समस्या से राहत पाने के लिए किया जाता है।’ डॉं. आनंद कहते हैं कि डाय फ्री जूस को हमारी टीम ने डायबिटीज मरीजों के सामने आने वाली तमाम तरह की परेशानियों को ध्यान में रखते हुए बनाया है।

कपिवा डाय़ फ्री जूस डायबिटीज केयर के लिए 11 आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का एक रिसर्च बैक्‍ड मिश्रण है। यह करेला, आंवला, गिलोय, जामुन, नीम और गुड़मार का पारंपरिक संयोजन है। ये जड़ी-बूटियां रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित रखने में मदद करती हैं और इस हर्बल रस के नियमित सेवन से शरीर को संपूर्ण पोषण मिलता है। रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रण में रखने के साथ, कपिवा डाय फ्री जूस खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करके और हृदय स्वास्थ्य में सुधार करके मधुमेह की संपूर्ण देखभाल प्रदान करता है।

विशेषज्ञों के मुताबिक मधुमेह के प्रबंधन के लिए, न केवल यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि आप सही भोजन करें बल्कि सही मात्रा में और सही अंतराल पर भी खाएं। सही खान-पान, व्यायाम, नींद और आपके मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने के लिए थोड़ा सा सपोर्ट देकर मधुमेह को नियंत्रित किया जा सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि कपिवा के डाय़ फ्री जूस में करेला मुख्य सामग्री में से एक है और इसमें पॉलीपेप्टाइड-पी नामक एक यौगिक होता है, जो इंसुलिन के समान होता है। करेला, गिलोय और जामुन मधुमेह के प्रबंधन के लिए काफी प्रभावी हैं और इसलिए मैं डायबिटीज के रोगियों लिए डाइट चार्ट में इसकी सिफारिश करती हूं।’

 

अब बात ई-कॉमर्स साइट पर द कपिवा के डाय फ्री जूस को अमेज़न पर उपभोक्ताओं की सकारात्मक प्रतिक्रियाएं मिली हैं। अमेजन पर इसे 1400+ समीक्षाओं के साथ 4.2/5 की रेटिंग मिली है। एक यूजर के मुताबिक यह प्रोडक्‍ट हमारे घर में एक आश्चर्य के रूप में है, उपयोग के 3 सप्ताह के भीतर मेरी मां के शुगर लेवल में भारी गिरावट आई है।’ एक अन्य उपभोक्ता ने शिकायत की, ‘एक बोतल एक महीने तक चली, निश्चित रूप से एक महीने के लिए मेटफॉर्मिन टैबलेट की तुलना में अधिक महंगी है’ लेकिन अन्य उपयोगकर्ताओं ने कहा, ‘यह आयुर्वेदिक है, इसके दुष्प्रभाव नहीं हो सकते हैं।

नोट– यह जानकारी ब्रांड द्वारा मुहैया कराई गई जानकारी के आधार है। इस पर पूरी तरह से यकीन न करें। अधिक जानकारी के लिए डॉक्टरों से परामर्श जरूर लें।

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