दिल्लीः नींद पूरी नहीं होने को लेकर अभी तक यह धारणा रही है कि यदि आप रात के समय में आठ घंटे नहीं सो पाते हैं, तो आपको अगले दिन जम्हाइयां आती हैं, उनिंदापन रहता है या फिर सिर में दर्द रहता है। लेकिन अब अमेरिका की मैरीलैंड यूनिवर्सिटी के न्यूरोलॉजी विभाग के प्रो. हरमानो कर्ब्स के मुताबिक यदि आप किसी कारण से रात के समय आठ घंटे नींद नहीं ले पाते हैं, तो अगले दिन आपकी चाल भी इसकी बात की जानकारी दे सकती है। यानी आकी चाल आपको यह जानकारी दे सकती है कि आपको रात को अच्छी नींद आई है या नहीं।

प्रो. हरमानो का कहना है कि नींद पूरी नहीं होने पर चाल में लड़खड़ाहट रहती है। कदम ठीक से नहीं पड़ते हैं। दिमाग की क्रियाओं पर भी असर पड़ता है। नींद पूरी नहीं होने से आपकी चाल बिगड़ जाती है। उन्होंने बताया कि पूरी नींद नहीं लेने से हार्ट संबंधी बीमारियों का भी खतरा रहता है। उन्होंने बताया कि अक्सर हम ये मानते हैं कि किसी भी व्यक्ति की चाल लगभग स्थायी होती है। लेकिन ऐसा नहीं है। हर दिन की चाल आपकी पिछली रात की नींद पर निर्भर करती है। विशेषज्ञों के अनुसार किसी भी वयस्क के लिए 7 से 8 घंटे, स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए 9 से 12 घंटे और किशोरों के लिए 8 से 10 घंटे की नींद जरूरी होती है।

अमेरिका के मैरीलैंड यूनिवर्सिटी ने एक शोध में लोगों को म्यूजिक बीट सुनाई गई और फिर चलने को कहा गया जिन लोगों ने पिछली रात को अच्छी नींद ली थी, वे लयबद्ध तरीके से चले, लेकिन जिन्होंने ठीक ढंग से नींद नहीं ली थी, उनकी चाल काफी बेढंगी थी। उनके पांव इधर-उधर पड़ रहे थे। शोध में ये भी सामने आया कि आपके स्लीप पैटर्न में डेढ़ घंटे के भी फर्क से बीमारियों का कारण बन सकता है। यदि रात को पूरी नींद नहीं ले पाएं तो अगले दन इसकी भरपाई जरूरी करनी चाहिए जिससे दिमाग को आराम मिले।

रिसर्च में यह बात सामने आई है कि सोने से पहले यदि आप 10 मिनट के लिए भी कसरत, वॉकिंग अथवा साइकिलिंग करते हैं तो ये अच्छी नींद की गांरटी के समान है। वहीं कॉफी और एल्कोहल अच्छी नींद पर विपरीत असर डालते हैं। सोने के कमरे में तेज रोशनी के बल्ब हटाना अच्छा होता है।

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