दिल्लीः महिलाओं के लिए गर्भावस्था का समय बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। इस दौरानि उन्हें बेहद सावधानी बरतनी चाहिए। गर्भावस्था के दौरान क्या चीजें खानी होती हैं और क्या नहीं इसके बारे में पहली बार मां बन रही औरतों को पता नहीं होता है। विशेषकर सर्दी के दिनों में कुछ ऐसे मौसमी फल होते हैं जिन्हें खाना बेहद फायदेमंद माना जाता है, क्योंकि इनका संबंध बच्चे के विकास से भी होता है, जिसके बारे में हर गर्भवती स्त्री को पता होना चाहिए? चो चलिए आज हम आपको बताने जा रहे हैं ऐसे फलों और सब्जियों के बारे में जिन्हें सर्दियों में गर्भवती महिलाओं को सेवक करना चाहिए। साथ ही ऐसे फल और सब्जियों के बारे में भी बताएंगे, जिन्हें खाने से गुरेज करना चाहिए।

​​शतावरीः

शतावरी फोलिक एसिड और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होती है। अक्सर इसे हम सूप को स्वादिष्ट बनाने में प्रयोग करते हैं, जिसे हम ठंड के मौसम में अधिकतर बनाते हैं। शतावरी ज्यादातर बसंत ऋतु में मिलती है। इसका रंग हल्का हरा होता है। गर्भावस्था के दौरान हल्की हरी सब्जियां नहीं, बल्कि गहरे हरे रंग की सब्जियां खानी चाहिए।

जामुन

जामुन में बीटा कैरोटीन, पोटेशियम, फोलिक एसिड और विटामिन सी के साथ-साथ एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो कि गर्भवती औरतों के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं। बारिश के मौसम में जामुन आसानी से बाजार में मिल जाता है,लेकिन  ठंड के दिनों में इसमें ज्यादातर फलों में विटामिन सी भी ना के बराबर ही होता है।

ज्यादातर इनमें प्रिजर्वेटिव का इस्तेमाल किया जाता है, इसलिए ठंड के दिनों में जामुन खाने से बचना चाहिए। इसी तरह कई और विटामिन सी से भरपूर फल होते हैं जिन्हें ठंड में नहीं लेना चाहिए।

​दूध से बनी चीजें

आम तौर पर गर्भवती महिलाओं के लिए दूध और दूध से बनी चीजें को खाना बेहद फायदेमंद होती हैं। ये शरीर को ताकत देती हैं, लेकिन आप को ध्यान रखना चाहिए कि ठंड के दिनों में दूध से बनी चीजें सर्दी-खांसी और जुकाम का कारण बन सकती हैं।

कभी-कभी इन से पेट की समस्याएं भी हो सकती हैं, इसलिए दूध से बनी चीजें बहुत अधिक मात्रा में प्रयोग नहीं करनी चाहिए। थोड़ी-थोड़ी मात्रा में दूध लेने से कोई परेशानी नहीं होगी, इसलिए ठंड के दिनों में इसका ध्यान रखना चाहिए।

न खाएं तेल में तला हुआ खाना

गर्भवती महिलाओं को बहुत ज्यादा गरिष्ठ भोजन नहीं करना चाहिए। हल्का-फुल्का और जल्दी पचने वाला भोजन करना चाहिए. ताकि किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो।

अक्सर देखा जाता है कि तला-भुना खाने से गर्भवती स्त्रियों को शुगर की समस्या हो जाती है। इसलिए तेल में तला हुआ भोजन बहुत कम मात्रा में करना चाहिए, क्योंकि अक्सर देखा जाता है कि तला हुआ भोजन एक सामान्य व्यक्ति के लिए भी हानिकारक है। अगर बात गर्भवती स्त्री की हो तो इसमें और भी ज्यादा सावधानी रखने की जरूरत है।

​शक्कर से बनी चीजें से करें गुरेज

सर्दी के दिनों में महिलाएं चॉकलेट खाना पसंद करती हैं जिनमें बहुत अधिक मात्रा में शक्कर का प्रयोग किया जाता है। इससे प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। गर्भावस्था के दौरान अधिक शक्कर का प्रयोग करने से इम्यूनिटी कमजोर होती है।

यदि कुछ पल के लिए  आपको मीठा खाने का मन हो तो यह आपके मन को शांत कर सकता है, लेकिन यह आपके लिए सुरक्षित नहीं है।

​अल्कोहल

यह बात सभी लोग जानते हैं कि अल्कोहल प्रेगनेंसी के दौरान अच्छा नहीं होता, इससे कुछ परेशानियां भी हो सकती हैं। यह बच्चे के विकास में भी प्रभाव डाल सकता है, लेकिन कुछ महिलाएं जिन्होंने गर्भावस्था के दौरान अल्कोहल लेना बंद कर दिया, उन्हें ठंड के दौरान एक-दो घूंट लेने से कोई परेशानी नहीं होगी।

गर्भावस्था के दौरान आपको इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए कि गर्भावस्था के दौरान गर्भवती स्त्रियों को भरपूर मात्रा में पानी पीना चाहिए। अधिक मात्रा में पानी पीने से ज्यादातर शरीर में गए विषैले पदार्थ बाहर हो जाते हैं।

मछली

हलीबूट मछली खाना बहुत ही फायदेमंद है, क्योंकि यह बहुत से पोषक तत्वों से भरपूर होती है। इसमें प्रोटीन, सेलेनियम, फास्फोरस, नियासिन और ओमेगा 3 फैटी एसिड पाया जाता है। अगर मछली ताजी हो तो इसे थोड़ी मात्रा में खाया जा सकता है, लेकिन अगर इसे प्रिजर्वेटिव मैं रखा गया हो तो गर्भावस्था के दौरान इसका उपयोग करने से बचना चाहिए।

गर्भावस्था जीवन स्त्रियों के जीवन का सबसे इस महत्वपूर्ण समय होता है। इसलिए उन्हें गर्भवती स्त्रियों का अपने खान-पान पर ध्यान देना बहुत जरूरी होता है। अक्सर महिलाओं को ठीक से पता नहीं होता कि इस मौसम में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए, जिससे बहुत सी परेशानियां आ सकती हैं। इन कुछ चीज़ों के परहेज से आप कई परेशानियों से बच सकते हैं।

 

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