मुंबईः महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक तथा क्रूज ड्रग्स पार्टी मामले की जांच कर रहे एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े के बीच तनातनी थमने का नाम नहीं ले रही है। मलिक वानखेड़े के खिलाफ अब आर-पार के मूड में आ चुके हैं। किंग खान यानी शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान की गिरफ्तारी को लेकर आरोप-प्रत्यारोप के बीच मलिक ने समीर वानखेड़े पर फर्जी दस्तावेज के सहारे नौकरी पाने का आरोप लगाया है। मलिक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि वानखेड़े ने नौकरी पाने के लिए जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल कर एक योग्य दलित की नौकरी छीन ली।

उन्होंने मंगलवार को कहा कि कहा कि समीर वानखेड़े का मैंने जो जन्म प्रमाण पत्र ट्वीट किया वह असली है। समीर वानखेड़े के पिता ज्ञानदेव वानखेड़े ने खुद को इस्लाम में कन्वर्ट किया था। वानखेड़े को बाद में विचार आया था और उन्होंने नौकरी के लिए दलित सर्टिफिकेट का इस्तेमाल किया और एक डिजर्विंग (योग्य) दलित का हक छीन लिया।

एनसीपी (NCP) यानी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता मलिक ने कहा कि मुझे एक अनाम एनसीबी अधिकारी से पत्र मिला है और मैं डीजी नारकोटिक्स को यह पत्र भेजकर अनुरोध कर रहा हूं कि इस पत्र को एनसीबी के समीर वानखेड़े पर की जा रही जांच में शामिल किया जाए। उन्होंने कहा कि हम मांग करते हैं कि जांच होनी चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने चार पन्नों का एक लेटर भी संलग्न किया है, जिसमें एक अज्ञात अधिकारी के आरोप दिख रहे हैं। इस खत में समीर वानखेड़े के अलावा दिल्ली पुलिस के मौजूदा कमिश्नर राकेश अस्थाना को भी लपेटा गया है। आपको बता दें कि राकेश अस्थाना इससे पहले एनलीबी (NCB) यानी नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के डीजी थे।

आपको बता दें कि मलिक ने इससे पहले समीर वानखेड़े का बर्थ सार्टिफिकेट ट्वीट किया था, जिसमें दावा किया गया कि यह बर्थ सर्टिफिकेट समीर वानखेड़े का है। इसमें पिता का नाम दाऊद क. वानखेड़े है और धर्म की जगह पर मुस्लिम लिखा है। इसमें समीर का नाम समीर दाउद वानखेड़े लिखा है। हालांकि, बाद में समीर वानखेड़े ने कहा कि उनके पिता का नाम दाऊद नहीं ज्ञानदेव है।

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