दिल्लीः ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों के लिए अच्छी खबर हैं। यात्रियों को जल्द ही सफर के दौरान ट्रेन में गर्म खाना मिलने लगेगा। रेलवे की यात्री सुविधा समिति ट्रेनों में ऑन बोर्ड कैटरिंग सर्विस समेत कई दूसरी सुविधाएं को फिर बहाल करने का फैसला लिया है। आपको बता दें कि कोरोना की पहली लहर के बाद से ही ट्रेनों में पेंट्री की केटरिंग पर रोक है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक अब 18 महीने बाद इसे फिर से शुरू किया जा सकता है।
ट्रेनों में खाने के लिए यात्रियों को अलग से कोई बुकिंग नहीं करनी होगी। प्रीमियम ट्रेनों में टिकट के साथ ही खाने की सुविधा मिलेगी, जबकि दूसरी ट्रेनों में यात्री पहले की तरह पेमेंट देकर पेंट्री से खाना ले सकेंगे।
आईआरसीटीस (IRCTC) से जुड़े सूत्रों ने बताया कि 25 या 26 अक्टूबर तक यात्री सुविधा समिति की रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के साथ बैठक होनी है। इसमें खाना समेत बाकी सर्विसेस को दोबारा शुरू करने को लेकर चर्चा होगी। इस बैठक में रेलवे बेस किचन, ऑन बोर्ड कैटरिंग सर्विस शुरू करने पर निर्णय लिया जा सकता है। इसको लेकर विभाग और मंत्रालय को एक प्रेजेंटेशन भी दिया गया है।
कोरोना काल में सफर करने वाले यात्रियों की सुविधा को देखते हुए रेलवे बोर्ड के निर्देश पर आईआरसीटीसी ने ट्रेनों में रेडी टू ईट फूड देने की शुरुआत की थी, लेकिन ज्यादातर यात्रियों को रेडी टू ईट फूड पसंद नहीं आ रहा था, जिसकी शिकायतें कई बार आईआरसीटी को भी मिली हैं।
आपको बता दें कि आईआरसीटी के पास कैटरिंग और टूरिज्म का कोर बिजनेस है। पहले के मुकाबले महज 30 फीसदी ट्रेनों में लोग खाना खरीदना पसंद कर रहे हैं। मसलन पहले किसी ट्रेन के फेरे में 5 लाख तक की बिक्री होती थी तो अब वह घटकर महज 1.5 लाख रु. की रह गई है। आईआरसीटी 19 राजधानी, 2 तेजस, 1 गतिमान, 1 वंदे भारत, 22 शताब्दी, 19 दूरंतो और 296 मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों में कैटरिंग सर्विस देती है।