दिल्लीः मशहूर फिल्म निर्देशक एवं निर्माता हंगरी के इस्तेवन स्जाबो और अमेरिका के मार्टिन स्कॉर्सेस को ‘सत्यजीत रे लाइफटाइम अचीवमेंट’ पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। सरकार ने इन दोनों कलाकारों को गोवा में आयोजित होने वाले 52वें आईएफएफआई (IFFI) यानी अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में सम्मानित करने का फैसला लिया है।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने गुरुवार को इसकी घोषणा की। उन्होंने इस साल के सत्यजीत रे पुरस्कार विजेताओं के नामों की घोषणा करते हुए बताया कि स्ज़ाबो पिछले कई दशकों के समीक्षकों द्वारा हंगरी के सबसे प्रशंसित फिल्म निर्देशकों में से एक है, जिन्हे ‘मेफिस्टो’ (1981) ‘फादर’ (1966) जैसी उत्कृष्ट कृतियों के लिए जाना जाता है। वहीं अमेरिकी फ़िल्म निर्देशक स्कॉर्सेज़ नए हॉलीवुड युग की प्रमुख हस्तियों में से एक हैं, जिन्हें व्यापक रूप से फिल्म इतिहास में सबसे महान और सबसे प्रभावशाली निर्देशकों में से एक माना जाता है।
ठाकुर ने कहा, “भारत कहानीकारों का देश है। हमारी कहानियों ने दुनिया की कल्पना पर कब्जा कर लिया है। भारत की विविध प्रकार की कहानियां हमें ‘कंटेंट’ का महाद्वीप बनाती हैं। उन्होंने कहा कि पहली बार आईएफएफआई ने प्रमुख ‘ओटीटी’ मंच के निर्माताओं को महोत्सव में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया है। सबसे पहले, ‘नेटफ्लिक्स’, ‘अमेज़ॅन प्राइम’, ‘ज़ी5’, ‘वूट’ और ‘सोनी लिव एक्सक्लूसिव’ जैसे ओटीटी फ़िल्म मंच आभासी माध्यम से इस फिल्म महोत्सव में भाग लेंगे।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री ठाकुर ने कहा, “ओटीटी पर फिल्में देखने का चलन बढ़ रहा है और आईएफएफआई नई तकनीक को अपना रहा है। हम फ़िल्म उद्योग के कलाकारों को ओटीटी मंच के साथ बातचीत करने के लिए एक अवसर प्रदान कर रहे है।”
उन्होंने कहा, ” आईएफएफआई देश के युवा नवोदित प्रतिभाओं को मुख्यधारा की सिनेमा , प्रसिद्ध फिल्म निर्माताओं और फ़िल्म उद्योग से जुड़ने के लिए एक मंच प्रदान करेगा। फ़िल्म जगत के मशहूर लोगों के साथ बातचीत करने और महोत्सव में भाग लेने के लिए 35 वर्ष से कम आयु वाले 75 रचनात्मक प्रतिभाओं को आमंत्रित किया जाएगा। इन युवाओं का चयन देश भर के एक प्रतियोगिता के माध्यम से किया जाएगा। प्रतियोगिता का उद्देश्य 75 युवा फिल्म निर्माताओं, अभिनेताओं, गायकों, पटकथा लेखकों और अन्य लोगों को विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त कार्यक्रम में अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए एक मंच प्रदान करना है। इस प्रतियोगिता में आईएफएफआई की आधिकारिक वेबसाइट के ज़रिये ऑनलाइन आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 30 अक्टूबर है। ”
ठाकुर ने बताया कि पहली बार ‘ब्रिक्स’ के पांच देशों ब्राजील, रूस, दक्षिण अफ्रीका, चीन और भारत की फिल्मों को आईएफएफआई के साथ ब्रिक्स फिल्म महोत्सव के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा।
आईएफएफआई के इस संस्करण की उद्घाटन फिल्म की घोषणा करते हुए उन्होंने कहा कि कार्लोस सौरा द्वारा निर्देशित ‘द किंग ऑफ द वर्ल्ड’ उद्घाटन फिल्म होगी और यह फिल्म का अंतरराष्ट्रीय प्रीमियर भी होगा। ‘द पावर ऑफ द डॉग, जेन कैंपियन द्वारा निर्देशित, वेनिस फिल्म फेस्टिवल में सर्वश्रेष्ठ निर्देशक की विजेता ‘मिड फेस्ट’ फिल्म होगी। ‘फेस्टिवल कैलिडोस्कोप’ और ‘वर्ल्ड पैनोरमा श्रेणी में प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोहों से 52वें आईएफएफआई में स्क्रीनिंग के लिए लगभग 30 फिल्मों को चयनित किया गया है।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने बताया कि 52वें आईएफएफआई में स्वर्गीय दिलीप कुमार, सुमित्रा भावे, बुद्धदेव दासगुप्ता, संचारी विजय, सुरेखा सीकरी जैसे कलाकारों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी।
इस फ़िल्म महोत्सव के अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता की जूरी अध्यक्ष हैं ईरान की फ़िल्म निर्माता रक्शान बनियेतमाड़ हैं , जबकि इसके सदस्य ब्रिटेन के स्टीफन वूली , कोलंबिया के सिरो गुएरा , श्रीलंका के विमुक्ति जयसुंदरा और भारत के नीला माधब पांडा होंगे।