दिल्लीः वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की दो लहरों की मार झेल चुकी भारतीय अर्थव्यवस्था में अब सुधार दिखने लगा है। इसी का नतीजा है कि आईएमएफ (IMF) यानी अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने अनुमान लगाया है कि अगले साल तक इंडियन इकोनॉमी में ग्रोथ दुनियाभर में सबसे तेजी से होगी। आईएमएफ ने भारतीय अर्थव्यस्था में 2021 में 9.5 प्रतिशत और 2022 में 8.5 फीसदी से वृद्धि होने का अनुमान लगाया है।
आईएमएफ की मुख्य अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ ने इस रिपोर्ट के रिलीज होने के बाद कहा कि भारत में वैक्सीनेशन तेजी से हुआ है, जिसकी वजह से अर्थव्यवस्था में तेज रिकवरी में मदद मिली है।
आपको बता दें कि 40 साल बाद पहली बार वित्त वर्ष 2020-21 में देश की आर्थिक ग्रोथ गिरकर निगेटिव 7.3 फीसदी हो गई थी। हालांकि, कोरोना के मामलों में गिरावट के साथ अर्थव्यवस्था ने रफ्तार पकड़ी। इसी वजह से मौजूदा वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही में आर्थिक ग्रोथ 20.1 प्रतिशत के रिकॉर्ड पर पहुंच गई। हालांकि, इसकी वजह पिछले साल का कमजोर आधार और कारोबारी गतिविधियों में आई तेजी थी।
आईएमएफ ने 2021 के लिए अमेरिका की अर्थव्यवस्था में ग्रोथ 6 प्रतिशत और अगले साल यानी 2022 में 5.2 फीसदी होने का अनुमान लगाया है। वहीं, चीन की अर्थव्यवस्था 2021 में 8 प्रतिशत और 2022 में 5.6 फीसदी की दर से बढ़ने की संभावना है। आईएमएफ के मुताबिक, ग्लोबल ग्रोथ 2021 में 5.9 प्रतिशत और 2022 में 4.9 फीसदी रहने का अनुमान है।
आपको बता दें कि आरबीआई (RBI) यानी रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने वित्त वर्ष 2021-22 के लिए जीडीपी (GDP) यानी सकल घरेलू उत्पाद दर 9.5 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है। वहीं वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में आर्थिक विकास दर 17.2 फीसदी की दर से वृद्धि होने की संभावना व्यक्त की है।