लखनऊः उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी हिंसा के मुख्य आरोपी एवं केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र के बेटे आशीष मिश्रा ‘मोनू’ को कोर्ट ने तीन दिन के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया है। हालांकि सुनवाई के दौरान पुलिस ने 14 दिन की रिमांड मांगी गई थी, लेकिन अदालत ने तीन दिन की हिरासत मंजूर की।

सुनवाई के दौरान बचाव पक्ष के वकील ने आशीष को पुलिस हिरासत में भेजने का विरोध किया। उनका कहना था कि गत दिन 12 घंटे में आशीष की तरफ से 40 से ज्यादा सवालों के जवाब दिए जा चुके हैं। उन्होंने अपनी निर्दोषता साबित करने के लिए कई अन्य साक्ष्य भी दिए हैं। ऐसे में उनके पास कुछ और बताने के लिए नहीं हैं, लेकिन अदालत ने उनकी दलीलों को खारिज कर दिया तथा आशीष को तीन दिन के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक  पुलिस ने एक लाइसेंसी राइफल और पिस्टल को जब्त किया, जिसे फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। ये दोनों असलहे आशीष मिश्र के नाम हैं। इसके अलावा पुलिस ने मोबाइल भी जब्त किया है।

आपको बता दें कि लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में पुलिस ने नौ अक्टूबर की देर रात आशीष को गिरफ्तारी किया था। इसके बाद उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया था। इस दौरान ही पुलिस ने आशीष से पूछताछ के लिए लखीमपुर खीरी के सेशन कोर्ट में तीन दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड की अर्जी डाली थी।

आशीष पर मर्डर, एक्सीडेंट में मौत, आपराधिक साजिश और लापरवाही से वाहन चलाने की धाराओं में केस दर्ज किया गया है। मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज किए गए हैं। आशीष का क्राइम ब्रांच में ही मेडिकल टेस्ट हुआ।

उत्तर प्रदेश में लखीमपुर जिला मुख्यालय से करीब 70 किलोमीटर दूर नेपाल की सीमा से सटे तिकुनिया गांव में तीन अक्टूबर को दोपहर करीब तीन बजे किसान भारी मात्रा में प्रदर्शन कर रहे थे। तभी अचानक से तीन गाड़ियां (थार जीप, फॉर्च्यूनर, स्कॉर्पियो) किसानों को रौंदते चली गईं। इस घटना के बाद आक्रोशित किसानों ने जमकर हंगामा किया। इस हिंसा में कुल 8 लोगों की मौत हो गई। इसमें 4 किसान, एक स्थानीय पत्रकार, दो बीजेपी कार्यकर्ता शामिल हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here