दिल्लीः यूपी के लखीमपुर खीरी में घटित घटना को लेकर राजनीति जोरों पर है। इस कड़ी में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ लखीमपुर खीरी के तिकुनिया गांव पहुंच गए हैं। इससे पहले राहुल लखनऊ से निकलने के बाद सीधे सीतापुर गेस्ट हाउस पहुंचकर प्रियंका गांधी वाड्रा से मिले। राहुल यहां करीब आधे घंटे रुके। इसके बाद दोनों भाई-बहन किसानों से मिलने के लिए लखीमपुर के लिए रवाना हो गए। उधर, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव और बीएसपी नेता सतीश चंद्र मिश्र भी गुरुवार को लखीमपुर जाएंगे।

उधर, पुलिस ने कांग्रेस नेता सचिन पायलट और प्रमोद कृष्णम को मुरादाबाद में हिरासत में ले लिया, दोनों को सर्किट हाउस में रखा है। दोनों नेता सड़क मार्ग से लखीमपुर खीरी जाने की कोशिश कर रहे थे। दोनों नेता आज सुबह ही दिल्ली के रास्ते गाजीपुर बॉर्डर होते हुए उत्तर प्रदेश में दाखिल हुए थे।

उत्तर प्रदेश प्रशासन ने राहुल और प्रियंका के काफिले में 17 गाड़ियों को मंजूरी द। पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी राहुल और प्रियंका गांधी के लखीमपुर खीरी पहुंचे हैं। इसके साथ ही कांग्रेस नेता दीपेंद्र सिंह हुड्‌डा, रणदीप सिंह सुरजेवाला, केसी वेणुगोपाल और अजय कुमार लल्लू किसान पीड़ित परिवारों से मिलने के लिए लखीमपुर खीरी पहुंचे हैं।

इससे पहले हवाई अड्डा से बाहर निकलने की अनुमति नहीं मिलने पर राहुल गांधी ने लखनऊ में एयरपोर्ट पर ही धरने पर बैठ गए। बाद में प्रशासन की तरफ से लखीमपुर खीरी जाने की इजाजत मिलने के बाद भी राहुल के धरने को लेकर भ्रम की स्थिति बनी रही। फिर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि लखीमपुर तक अपनी गाड़ियों में जाने की इजाजत मिलने पर ही वे एयरपोर्ट से रवाना होंगे। काफी देर बाद प्रशासन ने इसकी इजाजत दी। इसके बाद राहुल गांधी, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हुए।

उधर, यूपी के लखीमपुर खीरी में मारे गए किसानों के परिजन से मिलने जा रहीं प्रियंका गांधी को गिरफ्तारी के 24 घंटे बाद रिहा कर दिया गया और लखीमपुर जाने की इजाजत भी दे दी गई। आपको बता दें कि प्रियंका को सोमवार सुबह सीतापुर में हिरासत में लेने के बाद मंगलवार को गिरफ्तार किया गया था। प्रियंका ने सोशल मीडिया के जरिए बीजेपी पर निशाना साधा और कहा कि किसानों को कुचलने वाले खुलेआम घूम रहे हैं। किसानों के लिए न्याय की आवाजों को बीजेपी सरकार कैद कर रही है, लेकिन हम न्याय की आवाज दबने नहीं देंगे।

इस बीच लखीमपुर खीरी में हिंसा की घटना को लेकर मचे बवाल के बीच केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी ने गृह मंत्री अमित शाह से दिल्ली में बुधवार को मुलाकात की। आपको बता दें कि मिश्र के बेटे आशीष पर लखीमपुर खीरी में किसानों को गाड़ी से कुचलने का आरोप है और विपक्ष मांग कर रहा है कि अजय मिश्र को मंत्री पद से हटाया जाना चाहिए। दिल्ली पहुंचे अजय मिश्र से पत्रकारों ने जब सवाल किए कि विपक्ष आपका इस्तीफा मांग रहा है, तो वे बिना कुछ बोले आगे बढ़ गए। हालांकि मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि अजय मिश्र से इस्तीफा नहीं लिया जाएगा। वहीं सूत्रों का कहना है कि उनके बेटे आशीष की जल्द गिरफ्तारी हो सकती है। किसान संगठन लगातार इसकी मांग कर रहे हैं और किसानों के दबाव के चलते सरकार एक्शन ले सकती है।

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