दिल्लीः यूपी के लखीमपुर खीरी में घटित घटना को लेकर राजनीति जोरों पर है। विपक्षी पार्टियां बीजेपी पर हमलावर हैं। एक ओर यूपी पुलिस कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी करती है, तो शिवसेना की ओर से विपक्षी दलों के एकजुट होने की बात बात की जाती है। इसी कड़ी में शिवसेना सांसद संजय राउत राहुल गांधी से मिलने पहुंच जाते हैं, तो एनसीपी प्रमुख शरद पवार बीजेपी सरकार पर सवाल खड़े करते हैं। वहीं पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे चुके नवजोत सिद्धू यूपी सरकार को अल्टीमेटम देते हैं। उन्होंने कहा है कि कल तक केंद्रीय मंत्री के बेटे की गिरफ्तारी नहीं होती और प्रियंका गांधी को नहीं छोड़ा जाता तो पंजाब कांग्रेस के कार्यकर्ता लखीमपुर खीरी की ओर कूच कर देंगे।

शिवसेना नेता संजय राउत ने मंगलवार कहा कि लखीमपुर खीरी की घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है और ऐसे में प्रियंका गांधी को उप्र सरकार ने गिरफ्तार किया है। उन्होंने कहा कि विपक्षी नेताओं को किसानों से मिलने से रोका जा रहा है। उत्तर प्रदेश में सरकार के दमन के खिलाफ विपक्ष को एकजुट होकर कदम उठाने की जरूरत है।

वहीं शरद पवार ने बीजेपी पर सत्ता का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया और कहा कि किसानों की आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन इसमें केंद्र को सफलता नहीं मिलेगी। उन्होंने कहा कि दो राज्यों के मुख्यमंत्रियों को रोका गया, किसान नेताओं को रोका गया। एक तरह से किसानों की आवाज को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश का विपक्ष किसानों और उनके आंदोलन के साथ है। देश का किसान बीजेपी को सबक जरूर सिखाएगा।

एनसीपी अध्यक्ष प्रमुख ने  कहा कि देश के किसान कुछ मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रहे है और उनके आंदोलन के एक साल पूरा हो चुके हैं। दिल्ली की सीमा पर किसानों का एक समूह आंदोलन कर रहा

उधर, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लखीमपुर खीरी की हिंसा और प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी को लेकर कहा कि किसानों को गाड़ी से कुचलने वाले केंद्रीय मंत्री के पुत्र को हिरासत में नहीं लिए जाने का मतलब यह है कि देश का संविधान खतरे में है। उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी एक सच्ची कांग्रेसी हैं और डरने वाली नहीं हैं और उनका सत्याग्रह जारी रहेगा। उन्होंने लखीमपुर में किसानों को गाड़ी से कुचलने से संबंधित एक कथित वीडियो को साझा करते हुए फेसबुक पोस्ट में कहा एक मंत्री का बेटा अगर अपनी गाड़ी के नीचे सत्याग्रही किसानों को कुचल दे, तो देश का संविधान खतरे में है। अगर वीडियो के सामने आने के बाद भी उसे हिरासत में ना लिया जाए तो देश का संविधान खतरे में है। अगर एक महिला नेता को 30 घंटे तक बिना प्राथमिकी के हिरासत में रखा जाए तो देश का संविधान खतरे में है।

उधर, नवजोत सिद्धू ने कहा है कि कल तक केंद्रीय मंत्री के बेटे की गिरफ्तारी नहीं होती और प्रियंका गांधी को नहीं छोड़ा जाता तो पंजाब कांग्रेस के कार्यकर्ता लखीमपुर खीरी की ओर कूच कर देंगे। वहीं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भपेश बधेल ने कहा कि जो हत्यारे हैं वे खुले में घूम रहे हैं लेकिन जो न्याय की बात करते हैं उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाता है। बिना अपराध के प्रियंका गांधी जी पर धाराएं लगाई जा सकती है तो हम लोग के साथ भी कुछ भी हो सकता है।

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