दिल्लीः उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में रविवार को प्रदर्शनकारी किसानों को गाड़ी से रौंदने के आरोप में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र के बेट आशीष मिश्र के खिलाफ हत्या का केस दर्ज हो चुका है। इस बीच इस घटना का नया वीडियो सामने आया है। इस वीडियो को आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपने ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट किया है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो में दिख रहा है कि गाड़ी की टक्कर लगने के बाद कुछ किसान जमीन पर गिर पड़े। वहीं कुछ बचने के लिए हांथ-पांव मारते नजर आए।
इस वीडियो में दिख रहा है कि किसान हाथों में झंडे लिए आगे बढ़ रहे हैं, तभी एक जीप सायरन बजाते हुए पीछे से आती है और कई लोगों को रौंदते हुए आगे बढ़ जाती है। तेज रफ्तार जीप की टक्कर से कई लोग घायल हो गए। जीप की टक्कर के बाद एक बुजर्ग उछलकर बोनट पर गरने के बाद जमीन पर गिर गए। इस वीडियो में जीप के पीछे एक SUV भी नजर आ रही है।
इस वीडियो के सामने आने के बाद विपक्षी नेताओं ने बीजेपी पर निशाना साधना शुरू कर दिया है। आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ये वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है। आपको बता दें कि पुलिस ने इस वीडियो की पुष्टि नहीं की है, न ही ये साफ है कि गाड़ी कौन चला रहा था। लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में 4 किसानों समेत 8 लोगों की मौत हो गई थी।
.@narendramodi जी आपकी सरकार ने बग़ैर किसी ऑर्डर और FIR के मुझे पिछले 28 घंटे से हिरासत में रखा है।
अन्नदाता को कुचल देने वाला ये व्यक्ति अब तक गिरफ़्तार नहीं हुआ। क्यों? pic.twitter.com/0IF3iv0Ypi
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 5, 2021
इस घटना को लेकर केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र समेत 14 लोगों पर हत्या और आपराधिक साजिश का केस दर्ज किया गया है। यह केस बहराइच के नानपारा के रहने वाले जगजीत सिंह की शिकायत पर तिकुनिया थाने में दर्ज हुआ है। वहीं मंत्री अजय मिश्र के ड्राइवर की शिकायत पर तिकुनिया थाने में ही अज्ञात किसानों पर हत्या, जानलेवा हमला और मारपीट की धाराओं में केस दर्ज किया गया है।
इस बीच इस घटना को लेकर सरकार और किसानों के बीच समझौता हो गया है। सरकार ने मृतकों के परिवार को 45-45 लाख रुपए मुआवजा देने का ऐलान किया है। साथ ही सभी मृतकों के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी दी जाएगी। सरकार ने इस घटना की न्यायिक जांच और आरोपियों को आठ दिन में गिरफ्तार करने का वादा भी किया है।