वाशिंगटनः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बिडेन से मुलाकात की। दोनों ने की मुलाकात व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में हुई। इस दौरान बिडेन ने मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया। बैठक के दौरान दोनों नेताओं दोनों देशों के अमेरिका के संबंधों को मजबूत करने पर बल दिया।

इस दौरान बिडेन ने 2008 में हुई घटित हुई आतंकवादी घटना को याद किया। वहीं पीएम मोदी ने ट्रेड, कोविड-19, जलवायु परिवर्तन और क्वॉड जैसे मसलों पर बात की।

पीएम मोदी ने क्या कहा:-

पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति बिडेन से कहा, “व्हाइट हाउस आकर खुश हूं। दोनों देशों के लोकतंत्र और परंपराएं दुनिया के लिए मिसाल हैं। आपका विजन हमारे लिए प्रेरक है। अमेरिका में 40 लाख भारतीय रहते हैं, जो अमेरिका को ताकतवर बनाने में मदद कर रहे हैं। हमें पीपुल टू पीपुल कॉन्टैक्ट को और बढ़ाना होगा।“  उन्होंने कहा कि आपसे 2014 और फिर 2016 में बातचीत का मौका मिला था। हम इस सदी के तीसरे दशक की शुरुआत में मिल रहे हैं। आपकी लीडरशिप इस दशक को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
पीएम मोदी ने कहा कि आज का द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन महत्वपूर्ण है। हम इस सदी के तीसरे दशक की शुरुआत में मिल रहे हैं। आपका नेतृत्व निश्चित रूप से इस दशक को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। भारत और अमेरिका के बीच और भी मजबूत दोस्ती के बीज बोए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी एक प्रेरक शक्ति बन रही है। हमें अधिक से अधिक वैश्विक भलाई के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने के लिए अपनी प्रतिभा का उपयोग करना होगा।

उन्होंने कहा कि व्यापार भारत और अमेरिका के रिश्तों में महत्व रखता है। इस दशक में हम एक दूसरे के पूरक हो सकते हैं। अमेरिका के पास बहुत सी चीजें हैं, जिनकी भारत को जरूरत है और भारत के पास कई चीजें हैं जो अमेरिका के लिए उपयोगी हो सकती हैं। इस दशक में व्यापार एक प्रमुख क्षेत्र होगा।

जो बिडेन ने क्या कहाः-

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने अपने मुंबई दौरे का जिक्र करते हुए कहा कि वे भारतीय मूल की एक महिला के साथ शादी करना चाहते थे। उनके इस बयान पर वाइट हाउस के ओवल ऑफिस में मौजूद सभी लोग हंसने लगे। उन्होंने कहा कि मैं देख रहा हूं कि आपके नेतृत्व में भारत-अमेरिका संबंधों के विस्तार के बीज बोए गए हैं। मुझे लंबे समय से विश्वास है कि अमेरिका-भारत संबंध हमें कई वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने में मदद कर सकते हैं। वास्तव में 2006 में जब मैं उपराष्ट्रपति था, मैंने कहा था कि 2020 तक भारत और अमेरिका दुनिया के सबसे करीबी देशों में होंगे।

उन्होंने यह भी कहा कि हम अपनी मजबूत साझेदारी का निर्माण जारी रखेंगे। उन्होंने अपने संबोधन के दौरान अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की भारतीय विरासत का भी उल्लेख किया।  उन्होंने कहा कि 40 लाख भारतीय-अमेरिकी हर दिन अमेरिका को मजबूत बनाते हैं। मेरा मानना है कि अमेरिका-भारत कई चुनौतियों का समाधान करने में हमारी मदद कर सकते हैं। हम भारत-अमेरिका संबंधों में एक नया अध्याय देख रहे हैं।

पीएम मोदी का व्हाइट हाउस के एक्टिंग चीफ ऑफ प्रोटोकॉल ने पश्चिमी दरवाजे पर स्वागत किया। इससे पहले दोनों देशों के प्रोटोकॉल ऑफिसर्स ने आपस में बातचीत की। वहीं व्हाइट हाउस के बाहर बड़ी संख्या में भारतीय मूल के लोग भी मौजूद रहे।

आपको बता दें कि जो बिडेन ने 20 जनवरी को अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी। इसके बाद दोनों नेताओं ने आमने-सामने बैठकर पहली बार बात की। दोनों देशों के लिए साझा चुनौतियां हैं। कोविड का कहर पूरी तरह दोनों ही देशों में थमा नहीं है। तेजी से वैक्सीनेशन का चैलेंज है। और ताजा और साझा चैलेंज अफगानिस्तान से सामने आ रहा है।

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