दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को तीन दिवसीय अमेरिका दौरे पर रवाना हुए। पीएम मोदी के विमान ने सुरक्षा कारणों की वजह से अफगानिस्तान के ऊपर से उड़ान नहीं भरी। उन्होंने अमेरिका तक अपनी नॉन स्टॉप फ्लाइट के लिए पाकिस्तान के एयरस्पेस का इस्तेमाल किया।

पीएम मोदी के साथ विशेष विमान में एनएसए (NSA) यानी अजित डोभाल, विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला समेत सरकार के उच्च अधिकारी भी अमेरिका रवाना हुए। आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी की फ्लाइट के लिए पाकिस्तान का एयरस्पेस इस्तेमाल करने की इजाजत मांगी गई थी। सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान की तरफ से हामी भरने के बाद प्रधानमंत्री की फ्लाइट के लिए यह रूट तय किया गया।

आपको बता दें कि भारत से अमेरिका का एयर रूट पाकिस्तान और अफगानिस्तान से होकर गुजरता है। इसके बाद विमान ताजिकिस्तान की सीमा से होते हुए नॉर्थ अटलांटिक ओशन के ऊपर से उड़ान भरते हैं। हालांकि अमेरिका के अलग-अलग शहरों तक जाने वाली उड़ानें अपने रूट में थोड़ा बदलाव करती हैं।

मोदी के विशेष विमान को नई दिल्ली से अमेरिका की नॉन स्टॉप उड़ान में 15 घंटे का समय लेगा। हालांकि, अफगानिस्तान का एयरस्पेस इस्तेमाल न करने की वजह से इसमें कुछ घंटे की बढ़ोतरी हुई है।

इससे पहले, पाकिस्तान ने 2019 में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और पीएम मोदी के विशेष विमान को अपने हवाई क्षेत्र में उड़ान भरने की मंजूरी देने से इनकार कर दिया था। पाकिस्तान ने यह फैसला जम्मू-कश्मीर से संबंधित संविधान के अनुच्छेद 370 हटाए जाने पर विरोध जताते हुए लिया था।

पीएम मोदी के साथ हाई-लेवल डेलीगेशन को लेकर जा रहे विमान ने बुधवार सुबह एयरफोर्स के टेक्निकल एयरबेस से उड़ान भरी। पहली बार भारत के VVIP एयरक्राफ्ट को एअर इंडिया वन (AI-1) कॉल साइन दिया गया है। हाल ही में VVIP ऑपरेशन के लिए मॉडिफाई किए गए बोइंग 777 एक्स्ट्रा रेंज (B-777 ER300) में एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम फिट किया गया है।

अमेरिका रवाना होने से पहले पीएम ने कहा कि यह दौरा अमेरिका से स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप मजबूत करने का मौका होगा। उन्होंने कहा, “मैं अमेरिका के महामहिम राष्ट्रपति जो बाइडेन के निमंत्रण पर 22-25 सितंबर, 2021 तक अमेरिका का दौरा करूंगा। इस दौरान मैं राष्ट्रपति जो बिडेन के साथ वैश्विक रणनीतिक साझेदारी और आपसी हितों के क्षेत्रीय व ग्लोबल मुद्दों पर विचार साझा करूंगा। मैं उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से मिलने के लिए भी उत्सुक हूं। हैरिस के साथ विज्ञान और टेक्नोलॉजी सेक्टर में सहयोग के अवसरों पर चर्चा होगी।“

मोदी ने कहा, “मैं राष्ट्रपति बाइडेन, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन और जापान के प्रधानमंत्री योशीहिदे सुगा के साथ व्यक्तिगत रूप से क्वाड लीडर्स शिखर सम्मेलन में भाग लूंगा। यह सम्मेलन इस साल मार्च में हुए वर्चुअल शिखर सम्मेलन के नतीजों का जायजा लेने का मौका देगा। साथ ही भारत-प्रशांत क्षेत्र के लिए हमारे साझा दृष्टिकोण के आधार पर भविष्य में उठाए जाने वाले कदमों पर बातचीत होगी।“

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