चडीगढ़ः पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी सोमवार को यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए भावुक हो गए। मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद अपने पहले संवाददाता सम्मेलन में ही उन्होंने कृषि सुधार कानून का दांव खेल दिया है। उन्होंने पंजाब कृषि आधारित राज्य बताया और केंद्र सरकार कानून वापस लेने की मांग की। चन्नी ने कहा कि यदि अगर किसानों पर आंच आई तो मैं गला काटकर दे दूंगा।

चरणजीत सिंह चन्नी ने मुख्यमंत्री बनाने के लिए पार्टी का धन्यवाद करते हुए राहुल गांधी को क्रांतिकारी नेता बताया। इस दौरान उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के काम की तारीफ की और उन्हें पंजाब के पानी का रखवाला बताया।

सीएम चन्नी की कॉन्फ्रेंस में नवजोत सिद्धू का दबदबा दिखा। सिद्धू चन्नी के बगल में बैठे थे। उनके बाद उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले ओपी सोनी नजर आए। संवाददाता सम्मेलन के दौरान चन्नी जब-जब भावुक हुए तो सिद्धू कभी उनकी पीठ थपथपाते रहे तो कभी हाथ पकड़ते रहे।

चरणजीत चन्नी की पीसी की अहम बातेः-

  • चन्नी ने कहा कि रेत का बिजनेस करने वाले और माफिया मुझसे न मिलें। मैं उनका प्रतिनिधि नहीं हूं।
  • उन्होंने कहा कि किसानों को बिजली माफ रहेगी। इसके साथ गांवों में पानी सप्लाई वाली मोटरों का बिल नहीं लिए जाएंगे।
  • मुख्यमंत्री ने कहा कि जिनके बिल बकाया हैं, वह माफ करेंगे। काटे कनेक्शन जोड़ेंगे। बिल न देने पर किसी का कनेक्शन नहीं कटेगा।
  • उन्होंने कैप्टन अमरिंदर की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने अच्छा काम किया, लेकिन जो काम अधूरे रह गए, उन्हें हम पूरा करेंगे।
  • बरगाड़ी बेअदबी और दूसरे मुद्दों के साथ कांग्रेस हाईकमान का 18 सूत्रीय फॉर्मूला लागू करेंगे।
  • चन्नी ने कहा कि किसी से लड़ाई नहीं, लेकिन किसी को छोड़ेंगे नहीं।
  • अब आपको थाने का थानेदार और मुंशी तंग नहीं करेगा।
  • तहसीलों में भ्रष्टाचारी रहेंगे या फिर मैं मुख्यमंत्री रहूंगा।
  • मुख्यमंत्री ने अपील की कि सब कर्मचारी हड़ताल खत्म कर काम पर लौटें। उनकी मांग पूरी करेंगे।

सीएम चन्नी ने कहा कि आज से पंजाब में कांग्रेस का राज है। मैं भी एक साधारण वर्कर हूं, जिसे मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बिठाया गया। मेरे लिए कांग्रेस भवन मंदिर है। मेरा बिस्तर कार में लगा है। सुबह 4 बजे निकल जाता हूं।

उन्होंने कहा कि मैं आफिस में रहूंगा और वहां मुझसे कोई भी मिल सकता है। उन्होंने कहा कि अब सचिव भी सप्ताह में दो दिन लोगों से मिलेंगे। उन्होंने कहा कि यह मुकालात सचिवालय में नहीं होगी, क्योंकि यहां पास बनवाने का झंझट है। उन्होंने कहा कि यह नहीं चलेगा कि डीसी अंदर चाय पिएं और जनता बाहर खड़ी रहे। बेरोकटोक मिलने के लिए उनका समय तय करेंगे।

 

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