चंडीगढ़ः पंजाब को अगला सीएम मिल गया है। कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफा देने के 24 घंटे बाद कांग्रेस ने राज्य के नए मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान कर दिया। क्रिकेट के रोमांचक मैच के आखिरी ओवर की तरह ही पंजाब की सियासत में बाजी पलटी और भारी उलटफेर के बीच चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब के मुख्यमंत्री चुन लिए गए।
पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने ट्वीट कर कहा कि मुझे यह घोषणा करते हुए बहुत खुशी हो रही है कि चरणजीत सिंह चन्नी को सर्वसम्मति से पंजाब के कांग्रेस विधायक दल का नेता चुना गया है। चन्नी सोमवार को सुबह 11 बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। आइए जानते हैं कि कैन हैं पंजाब के नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नीः-
कांग्रेस ने तमाम अटकलों को दरकिनार कर चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री चुनकर सबको चौंका दिया। आपको बता दें कि 1966 में राज्य पुनर्गठन के बाद ऐसा पहला मौका है, जब राज्य में कोई मुख्यमंत्री बनेगा। दलित सिख समुदाय से तालुक रखने वाले चन्नी अमरिंदर सरकार में तकनीकी शिक्षा मंत्री थे।चन्नी पंजाब के दोआबा क्षेत्र के कद्दावर कांग्रेस नेता माने जाते हैं।
01 मार्च 1963 को पंजाब के चमकौर में जन्मे चन्नी 2007 से विधायक हैं और श्री चमकौर साहिब से वह लगातार तीन बार से जीत रहे हैं। चन्नी काफी समय से कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ बागी सुर अपनाए हुए थे। चरणजीत सिंह चन्नी 2015 से 2016 तक पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता थे। उधर, सुखजिंदर सिंह रंधावा ने चन्नी को पंजाब का मुख्यमंत्री बनाने पर खुशी जताई और कहा कि वह मेरे छोटे भाई हैं। मैं इस निर्णय से निराश नहीं हूं।
कांग्रेस ने चन्नी को मुख्यमंत्री बनाकर एक साथ कई निशाना साधा है। पार्टी ने दलित नेता को सीएम बनाकर बड़ी आबादी को साधने का काम किया है। कांग्रेस कमान देकर कांग्रेस हिंदू, दलित और सिखों को एक साथ साधने का प्रयास करेगी। आपको बता दें कि पंजाब में दलितों की करीब 20 फीसदी आबादी है और पिछले चुनावों में यह वोटबैंक बिखरा हुआ नजर आया था। ऐसे में इसे दलितों के बिखरे हुए वोटों को एकजुट करने की कवायद के तौर पर देखा जा रहा है।
चरणजीत सिंह चन्नी तीन साल पहले एक सीनियर महिला आइएएस (IAS) भारतीय प्रशासनिक सेवा की अफसर को अश्लील मैसेज भेजने की वजह से विवाद में फंसे थे। उस समय वे विदेश यात्रा पर गये हुए थे। विदेश यात्रा से लौटने के बाद चन्नीफ ने कहा था कि उन्होंने गलती से महिला अधिकारी को मैसेज भेज दिया था। हालांकि इस मामले में महिला अधिकारी ने कोई शिकायत दर्ज नहीं करवाई थ।