अलीगढ़ः उत्तर प्रदेश में 2022 में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसी कड़ी में मंगलवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चुनावी शंखनाद किया। मोदी अलीगढ़ में डिफेंस कॉरिडोर के नोड और राजा महेंद्र प्रताप सिंह स्टेट यूनिवर्सिटी का शिलान्यास करते हुए बिना नाम लिए कांग्रेस पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि अपने तप एवं त्याग से देश को दिशा देने वाले राजा महेन्द्र प्रताप सिंह जैसे राष्ट्रनायकों से देश की अगली पीढ़ियों को परिचित नहीं कराया। उन्होंने कहा कि 20वीं सदी की उन गलतियों को 21वीं सदी का भारत सुधार रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “मुख्यमंत्री योगी की अगुवाई में उत्तर प्रदेश का काफी विकास हुआ है। यहां देश और दुनिया के हर छोटे-बड़े निवेशक आ रहे हैं। ये तब होता है जब निवेश के लिए जरूरी माहौल बनता है, जरूरी सुविधाएं मिलती हैं। केंद्र और प्रदेश की योगी सरकार मिलकर लोगों को यही सुविधाएं देने का काम कर रही है। आज उत्तर प्रदेश डबल इंजन सरकार के डबल लाभ का एक बहुत बड़ा उदाहरण बन रहा है।“
मोदी के भाषण की अहम बातेः-
- पीएम ने कहा कि कल तक जो अलीगढ़ लोगों के घरों की सुरक्षा करता था, आज वही अलीगढ़ हिंदुस्तान की सरहदों की रक्षा करेगा। यहां रक्षा उत्पाद बनेंगे। अलीगढ़ नोड में छोटे हथियार, ड्रोन, एयरोस्पेस, मेटल कॉम्पोनेंट्स, डिफेंस पैकेजिंग जैसे उत्पाद बन सकेंगे। इसके लिए नए उद्योग लगाए जा रहे हैं। 100 करोड़ से ज्यादा के निवेश होंगे। ये बदलाव अलीगढ़ और आस-पास के क्षेत्र को एक नई पहचान देगा। मोदी ने कहा, डिफेंस इंडस्ट्री के जरिए यहां के मौजूदा व्यापारियों और MSME को भी फायदा मिलेगा। गरीबों के लिए ये काफी बेहतर अवसर होगा।
- – उन्होंने नौजवानों से राजा महेन्द्र प्रताप सिंह के चरित्र से प्रेरणा लेने का आह्वान किया और कहा, “भारत का इतिहास ऐसे ऐसे राष्ट्रभक्तों की गाथाओं से भरा पड़ा है जिन्होंने अपने तप और त्याग से देश को नई दिशा दी है। ऐसे कितने ही महान व्यक्तित्वों ने सब कुछ खपा दिया लेकिन देश का दुर्भाग्य रहा कि ऐसे राष्ट्रनायकों नायिकाओं से देश की अगली पीढ़ी को परिचित नहीं कराया गया।”
- मोदी यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को याद करते हुए कहा वे आज जहां कहीं भी होंगे बहुत खुश होंगे। उन्होंने कहा कि महाराजा सुहेल देव, छोटूराम या राजा महेन्द्र प्रताप सिंह हों, राष्ट्र के विकास के लिए उनके योगदान को आगे लाने के ईमानदार प्रयास हो रहे है।
- उन्होंने कहा कि एक दौर था जब उत्तर प्रदेश में शासन-प्रशासन गुंडों और माफियाओं की मनमानी से चलता था। अब वसूली करने वाले, माफिया राज चलाने वाले सलाखों के पीछे हैं। मैं पश्चिम उत्तर प्रदेश के लोगों को विशेष तौर पर याद दिलाना चाहता हूं कि इसी क्षेत्र में चार-पांच साल पहले परिवार अपने ही घरों में डर कर जीते थे।
- बहन बेटियों को घर से निकलने में, स्कूल-कॉलेज जाने में डर लगता था। जब तक बेटियां घर वापस नहीं आएं, माता-पिता की सांसें अटकी रहती थीं। कितने ही लोगों को अपना पुश्तैनी घर छोड़ना पड़ा। पलायन करना पड़ा। आज कोई भी अपराधी ऐसा करने से पहले 100 बार सोचता है। योगी जी की सरकार में गरीब की सुनवाई भी है और गरीब का सम्मान भी है।
- पीएम ने कहा कि सरकार छोटे किसानों को ताकत देने के लिए काम कर रही है। डेढ़ गुना ज्यादा MSP दिए जा रहा है। किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधाओं को बेहतर बनाया गया। किसानों के खाते में 6 हजार रुपए दिए जा रहे हैं। कई योजनाओं से किसानों को मजबूत किया।
- उन्होंने कहा कि यूपी में पिछले चार सालों में MSP के खरीद पर नए रिकॉर्ड बने हैं। गन्ने के किसानों का भी भुगतान किया गया। आने वाला साल यूपी के गन्ना किसानों के लिए नए संभावनाओं का द्वार खोलने वाला है। गन्ने से जो इथेनॉल बनता है, इसका ईंधन में प्रयोग बढ़ाया जा रहा है। इसका फायदा पश्चिमी यूपी के गन्ना किसानों को मिलेगा।
- मोदी ने कहा कि राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय आधुनिक शिक्षा का एक बड़ा केंद्र बनेगा। साथ ही देश में डिफेंस से जुड़ी पढ़ाई, टेक्नॉलॉजी और मैनपावर बनाने वाला सेंटर भी बनेगा। नई शिक्षा नीति में जिस तरह शिक्षा, कौशल और स्थानीय भाषा में पढ़ाई पर बल दिया गया है, उससे इस विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को बहुत लाभ होगा। अपनी सैन्य तादाद को मजबूत करने के लिए आत्मनिर्भरता की तरफ बढ़ने के भारत के प्रयासों को ये विश्वविद्यालय गति देगा। इससे यहां के युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।
- पीएम ने अपने संबोधन के दौरान अपने बचपन की कहाने सुनाते हुए कहा, “आज बचपन की बात करने का मन कर रहा है। लोग अपने घर की या दुकान की सुरक्षा के लिए अलीगढ़ के भरोसे रहते थे, क्योंकि अलीगढ़ का ताला लगा होता था तो लोग निश्चिंत हो जाते थे। करीब 55-60 साल पुरानी बात है। अलीगढ़ से ताले के एक सेल्समैन थे। एक मुस्लिम मेहरबान थे। वे हर तीन महीने में हमारे गांव आते थे। वो काली जैकेट पहनते थे।’
- “मुस्लिम महाशय सेल्समैन के नाते अपना ताला व्यापारियों के पास रखकर जाते थे और तीन महीने बाद फिर आते तो पैसा ले आते थे। अगल-बगल गांवों में भी यही करते थे। मेरे पिताजी से उनकी अच्छी दोस्ती थी। दिनभर जो पैसे वसूल करके लाते थे तो मेरे पिता जी के पास छोड़ देते थे। जब 4-6 दिन के बाद मेरा गांव छोड़कर जाते थे तो फिर पिताजी से पैसे लेकर ट्रेन से निकल जाते थे।’
- “हम सीतापुर और अलीगढ़ से बहुत परिचित थे। आंख की बीमारी के ट्रीटमेंट के लिए हमारे गांव का हर आदमी सीतापुर जाता था। दूसरा इन महाशय के कारण अलीगढ़ बार-बार सुनते थे। कल तक जो अलीगढ़ तालों के जरिए घरों, दुकानों की रक्षा करता था, 21वीं सदी में मेरा अलीगढ़ हिंदुस्तान की सीमाओं की रक्षा का काम करेगा। वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट योजना के तहत UP सरकार ने अलीगढ़ के तालों और हार्डवेयर को नई पहचान दिलाने का काम किया है।”
वहीं इस मौके पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सहारनपुर में भी एक राज्य विश्वविद्यालय प्रस्तावित है। इसे महारानी के नाम पर खोला जाएगा। इसके अलावा मेरठ में हॉकी के जादूगर मेजर ध्यान चंद के नाम पर स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी खोलने जा रहे हैं। योगी ने कहा, “2017 में PM मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनी। फरवरी 2018 में मोदी ने पहले इंवेस्टर समिट का उद्घाटन किया था। आज उसका परिणाम है कि देश के अंदर UP में 3 लाख करोड़ का निवेश हुआ। युवाओं को अपने ही घर और जनपद में रोजगार की सुविधा उपलब्ध हो पाई। उसी समय प्रधानमंत्री ने डिफेंस कॉरिडोर का शिलान्यास किया था। आज उसका एक नोड अलीगढ़ में शुरू हो रहा है।“
योगी ने कहा कि आजादी की लड़ाई में इस क्षेत्र का नेतृत्व करने वाले राजा महेंद्र प्रताप सिंह को कभी याद नहीं किया गया। आज उनकी स्मृति में एक राज्य विश्वविद्यालय खोला जा रहा है। डिफेंस कॉरिडोर और राजा महेंद्र प्रताप सिंह के नाम पर विश्वविद्यालय उन्हें आजादी के आंदोलन को हमेशा याद दिलाएगा।
यूपी के सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री ने आज राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी। इससे अलीगढ़ और आस-पास के करीब 2.5 लाख से ज्यादा छात्रों को सीधे तौर पर फायदा होगा। अभी तक ये छात्र डॉ. बीआर अंबेडकर विश्वविद्यालय, आगरा से संबद्ध कॉलेजों में पढ़ते हैं। अब अलीगढ़ में नया विश्वविद्यालय खुलने से इन छात्रों को कई तरह का फायदा मिलेगा। छात्रों को छोटे-छोटे काम के लिए आगरा नहीं जाना पड़ेगा। प्रस्ताव के मुताबिक, राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय में कई तरह के प्रोफेशनल कोर्स शुरू किए जाएंगे। इस विश्वविद्यालय से अभी 395 कालेजों को संबद्ध किया जाएगा।