अहमदाबादः दादा के नाम से प्रसिद्ध भूपेंद्र भाई पटेल गुजरात के नए मुख्यमंत्री होंगे। आज यहां हुई पार्टी विधायक दल की बैठक में उन्हें नेता चुन लिया गया। पटेल हमेशा लो प्रोफाइल रहते हैं, लेकिन पाटीदार समाज में उनकी अच्छी पैठ है। इसी खूबी ने उन्हें सीएम पद की रेस में सबसे आगे निकाल दिया। साथ ही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से लंबे वक्त का जुड़ाव और पार्टी कार्यकर्ताओं से लगातार संपर्क में रहना भी उनके पक्ष में गया। भूपेंद्र मोदी-शाह की गुड बुक में शामिल माने जाते हैं।
15 जुलाई 1962 को जन्मे भूपेंद्र पटेल ने सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया है। कडवा पाटीदार समाज के नेता भपेंद्र राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री और यूपी की मौजूदा राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के करीबी माने जाते हैं।
भपेंद्र पटेल के सीएम चुने जाने को लेकर उनके घर जश्न का माहौल है। उनकी बहू देवांशी पटेल ने ससुर के मुख्यमंत्री चुने जाने पर कहा कि आज का दिन हमारे लिए दिवाली की तरह है। इसकी कभी उम्मीद नहीं थी। यह हमारे परिवार के लिए सरप्राइज की तरह है। हमें भी इसकी जानकारी खबरें देखकर हुई।
एक नजर डालते हैं भूपेंद्र के राजनीतिक जीवन परः-
- भूपेंद्र भाई पटेल 1999 से 2000 और 2004 से 2005 तक मेमनगर नगरपालिका के अध्यक्ष रहे।
- 2010 से 2015 तक अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन की स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन रहे।
- 2015-17 के दौरान अहमदाबाद अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी (ओडा) के चेयरमैन रहे।
- 2017 में पहली बार घाटलोडिया सीट से विधायक बने। उन्होंने 1 लाख से ज्यादा वोट से जीत दर्ज की थी।
भूपेंद्र भाई पटेल ने 2017 के विधानसभा चुनाव में अहमदाबाद जिले की घाटलोडिया सीट से रिकॉर्ड 1.17 लाख वोट से जीत दर्ज की थी। उन्हें 1.75 लाख से ज्यादा वोट मिले थे। उनके प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के शशिकांत पटेल को 57,902 वोट मिल पाए थे। पहली बार विधायक बने पटेल को अब पार्टी ने राज्य की कमान सौंप दी।
आनंदीबेन पटेल ने 2017 का विधानसभा चुनाव लड़ने से मना कर दिया था। इसके बाद उनके कहने पर ही घाटलोडिया सीट से पटेल को टिकट दिया गया था। 2017 में विधानसभा चुनाव के समय दायर हलफनामे के अनुसार, भपेंद्र के पास 5.20 करोड़ रुपए की संपत्ति है। पटेल के पास एक आई-20 कार और एक एक्टिवा टू-व्हीलर भी है।