आज सोमवार यानी 30 अगस्त यानी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी है। आज के दिन श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप बाल गोपाल की पूजा करने का विशेष महत्व है। ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक जन्माष्टमी के मौके पर श्रीकृष्ण की पूजा में कुछ विशेष चीजें शामिल की जानी चाहिए।  इन चीजों के बिना कृष्ण पूजा अधूरी ही मानी जाती है। तो चलिए आपको बताते हैं कि जग के पालनहार भगवान कृष्ण की पूजा में किन-किन वस्तुओं को शामिल करना चाहिए।

बांसुरीः बांसुरी भगवान श्रीकृष्ण की सबसे प्रिय वस्तुओं में से एक है। वास्तु के अनुसार भी बांसुरी घर में रखना शुभ होता है। कृष्ण पूजा में बांसुरी जरूर रखनी चाहिए।

गौमाता की मूर्तिः वैदिक ग्रंथों के मुताबिक भगवान श्रीकृष्ण बचपन से ही गायों के बीच रहे। उन्हें गाय के दूध से बना माखन बहुत प्रिय है।गाय को भोजन कराना, गाय का दान करना और भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति के साथ गाय की मूर्ति रखना बहुत ही शुभ माना जाता है।

तुलसी के पत्ते और तुलसी की मालाः भगवान श्रीकृष्ण को तुलसी के बिना भोग नहीं लगाया जाता है। बाल गोपाल की मूर्ति के साथ तुलसी की माला जरूर रखनी चाहिए।

मोर पंखः भगवान श्रीकृष्ण को राधा ने मोर पंख दिया था। तभी से भगवान श्रीकृष्ण इसे अपने साथ हमेशा रखा। मोर पंख के बिना श्रीकृष्ण का श्रृंगार अधूरा रहता है। इसलिए कृष्ण मूर्ति के साथ मोर पंख जरूर रखें।

माखन-मिश्रीः घर के मंदिर में रोज सुबह-शाम भोग लगाना चाहिए। श्रीकृष्ण को माखन-मिश्री चढ़ाएं, क्योंकि ये भगवान का सबसे प्रिय भोग है। इसके बिना कृष्ण पूजा पूरी नहीं होती है।

वैजयंती की मालाः आपको बता दें वैजयंती एक पौधे का नाम है। इसके पत्ते थोड़े लंबे होते हैं, चौड़ाई कम होती है। इसमें टहनियां नहीं होती हैं। वैजयंती में लगने वाले फूल लाल या पीले रंग के होते हैं। ये फूल गुच्छों में लगते हैं। फूलों के साथ ही छोटे-छोटे गोल दाने भी होते हैं, जो कि थोड़े कठोर होते हैं। इन कठोर दानों में छेद करके माला बनाई जाती है। ये माला किसी भी पूजन-सामग्री की दुकान पर आसानी से मिल सकती है। ये माला श्रीकृष्ण विशेष रूप से धारण करते हैं।

वस्त्र और आसनः भगवान श्रीकृष्ण को पीले चमकीले वस्त्र पहनाने चाहिए। साथ ही उनका ऐसी ही सुंदर सा आसन होना चाहिए।

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