वाशिंगटनः अफगानिस्तान की राजधानी काबुल स्थित हवाई अड्डा पर अभी और हमले का खतरा मंडरा रहा है। अमेरिकी न्यूज चैनल ABC के मुताबिक काबुल हवाई अड्डा के नॉर्थ गेट पर कार बम ब्लास्ट हो सकता है। ऐसे में काबुल स्थित अमेरिकी दूतावास ने नया अलर्ट जारी किया है। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन हमलावरों को चेतावनी देते हुए कहा है कि हम आतंकवादियों को ढूंढ़ ढूंढ़ कर मारेंगे।
आपको बता दें कि अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के हामिद करजई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास गुरुवार शाम दो फिदायीन हमले हुए। अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल के मुताबिक इन धमाकों में 80 लोग मारे गए हैं और 200 से ज्यादा जख्मी हैं। मृतकों में अमेरिका के 13 मरीन कमांडो शामिल हैं, जबकि 17 घायल हुए हैं। इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन ISIS के खुरासान ग्रुप ने ली है। फियादीन हमलों के बाद काबुल एयरपोर्ट से तमाम फ्लाइट ऑपरेशन्स बंद कर दिए गए हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बिडेन ने काबुल के हमलावरों को चेतावनी देते हुए कहा, “हम माफ नहीं करेंगे। हम नहीं भूलेंगे। हम आपको ढूंढेंगे, मारेंगे।“ उन्होंने कहा कि हम अफगानिस्तान से अमेरिकी नागरिकों को बचाएंगे। हम अपने अफगानिस्तान के सहयोगियों को बाहर निकालेंगे और हमारा मिशन जारी रहेगा।’ उन्होंने कहा, “काबुल एयरपोर्ट पर हुए हमलों में अब तक तालिबान और इस्लामिक स्टेट के बीच मिलीभगत का कोई सबूत नहीं है।“
उधर, काबुल हवाई अड्डा के बाहर हुए धमाकों के बाद अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की रिपब्लिकन पार्टी बिडेन पर निशाना साधा। रिपब्लिकन पार्टी के सीनेटर और पूर्व प्रवक्ता डेन क्रेनशॉ ने कहा कि मिस्टर प्रेसिडेंट अब इस मामले को संभालिए जिसको आपने ही खड़ा किया है। इससे भागने की कोशिश मत कीजिए। आपके हाथ खून से रंगे हुए हैं। हम अब भी जंग के मैदान में हैं। इसे युद्ध का अंत समझने की गलती मत कीजिए। आपने दुश्मन को एक और फायदेमंद मौका दिया है।
उधर, तालिबान ने पाकिस्तान से अपनी नजदीकियों की बात कबूल की है। तालिबानी प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने पाकिस्तानी चैनल ARY न्यूज से बातचीत में कहा है कि पाकिस्तान उनके संगठन (तालिबान) के लिए दूसरे घर जैसा है। जबीउल्लाह ने ये भी कहा है कि अफगानिस्तान की सीमा पाकिस्तान से लगती है और धार्मिक आधार पर भी दोनों देशों के लोग एक-दूसरे से घुले-मिले हुए हैं। इसलिए हम पाकिस्तान से रिश्ते और मजबूत करना चाहते हैं।
जबीउल्लाह ने भारत के साथ भी अच्छे रिश्ते की बता कही है। उसने कहा कि हमारी बस ये इच्छा है कि भारत अफगानियों के हितों के हिसाब से ही अपनी नीतियां तय करे। तालिबान प्रवक्ता ने कश्मीर को लेकर भारत को सकारात्मक रुख अपनाने की नसीहत दी। उसने कहा कि दोनों देशों के हित एक-दूसरे से जुडे हुए हैं, इसलिए हर विवादित मसलों को उन्हें मिल बैठकर सुलझाना चाहिए।