1. काबुलः अफगानिस्तान में हालात दिनोंदिन बिगड़ते जा रहे हैं। इस बीच अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन ने काबुल एयरपोर्ट पर आतंकवादी हमले की चेतावनी जारी की है और अपने नागरिकों से फिलहाल काबुल एयरपोर्ट पर नहीं जानें और जो लोग एयरपोर्ट के बाहर मौजूद हैं, उन्हें वहां से तुरंत हट जानें अपील की है। काबुल स्थित अमेरिकी दूतावास ने कहा है कि जो अमेरिकी नागरिक काबुल एयरपोर्ट के अब्बे गेट, ईस्ट गेट या नॉर्थ गेट पर मौजूद हैं, वे फौरन वहां से हट जाएं और अगले निर्देश का इंतजार करें।

बिगड़ते हालात के बीच अमेरिका और भारत सहित दुनिया के कई देश अपने-अपने नागरियों को अफगानिस्तान के निकाल रहे हैं। इस बीच अमेरिकी सरकार के अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि काबुल से एयरलिफ्ट किए गए 100 अफगानियों के संबंध इस्लामिक स्टेट (ISIS) जैसे आतंकी संगठनों से हो सकते हैं और ये लोग इंटेलीजेंस एजेंसी की निगरानी लिस्ट में शामिल हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिका के ऑटोमेटेड बायोमीट्रिक आईडेंटिफिकेशन सिस्टम से इन लोगों की पहचान हुई है।

इस बीच अफगानिस्तान में तालिबान की विरोध बढ़ने की सूचना है। पंजशीर का शेर कहे जाने वाले अहमद शाह मसूद के भाई अहमद वाली मसूद ने कहा है कि अफगानिस्तान में तालिबान का विरोध तेजी से बढ़ रहा है और तालिबानी इसे रोक नहीं पाएंगे। उन्होंने कहा कि अगर तालिबान हमला करना चाहता है तो लोगों के पास विरोध करने का हक है। पूरे अफगानिस्तान में तालिबान का विरोध काफी फैल चुका है। आपको बता दें अहमद वाली मसूद के भतीजे अहमद मसूद पंजशीर घाटी में अफगानिस्तान के कार्यवाहक राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह के साथ मिलकर तालिबान के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं।

वहीं तालिबान का अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद से हर दिन तालिबानी क्रूरता की तस्वीरें सामने आ रही है। अफगानिस्तान के पूर्व गृह मंत्री मसूद अंदाराबी ने सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें पोस्ट की हैं। उन्होंने दावा किया है कि लोगों को डराने के लिए तालिबान घर के सदस्यों के सामने ही बच्चों की हत्या कर रहे हैं और घरों में सोते हुए बुजुर्गों को गोलियों से भून रहे हैं।

वहीं तालिबान ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर दावा किया है कि पंजशीर में विद्रोही गुट नॉर्दर्न अलायंस के एक शीर्ष कमांडर अब्दुल हमीद खुरासानी ने अपने 300 लड़ाकों के साथ समर्पण कर दिया है। खुरासानी तालिबान का कट्टर दुश्मन था और पंजशीर का चर्चित कमांडर है। इसने कुछ दिन पहले तालिबान के प्रति वफादारी दिखाई थी। खुरासानी ने कहा है कि पंजशीर के दूसरे कमांडर और लड़ाके भी खून खराबा रोकें और तालिबान के समर्थन में आएं।

वहीं अफगानिस्तान में फंसे लोगों को निकलने को लेकर तालिबान दुनिया के सामने झूक गया है और कहा है कि अफगानिस्तान छोड़कर जाने वाले लोगों को 31 अगस्त के बाद भी वहां से निकल सकेंगे। न्यूज एजेंसी एएफपी (AFP) ने जर्मन एंबेसी के हवाले से यह जानकारी दी है। इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन कई बार बोल चुके हैं कि 31 अगस्त के बाद उनकी सेना अफगानिस्तान छोड़ देगी। हालांकि सोमवार को G7 देशों ने अमेरिकी राष्ट्रपति से 31 अगस्त की डेडलाइन को आगे बढ़ाने की मांग की थी। फिलहाल काबुल एयरपोर्ट पर अमेरिका समेत नाटो देश की सेनाओं का नियंत्रण है। यहां से अलग-अलग देशों के नागरिकों को निकाला जा रहा है।

मौजूदा समय में काबुल एयरपोर्ट पर अफरा-तफरी का माहौल है। काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद से अभी तक 87 हजार 900 लोगों को वहां से निकाला जा चुका है। अमेरिका ने बताया कि मंगलवार से अब तक 42 अमेरिकी सैन्य विमानों से 19 हजार लोगों को निकाला गया है। इनमें 11,200 अमेरिकी और 48 सहयोगी देशों के 7,800 नागरिक शामिल हैं।

अफगानिस्तान पर तालिबानी कब्जे के बाद अमेरिका समेत दुनियाभर के देशों ने कामकाजी महिलाओं तथा लड़कियों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है। इस बीच, तालिबान के प्रवक्ता ने महिलाओं के लिए फरमान जारी कर घरों रहने की हिदायत दी है। तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने कहा कि हमारे लड़ाके महिलाओं की इज्जत करने के लिए ट्रेंड नहीं हैं, इसलिए कामकाजी महिलाओं से हमारी अपील है कि वे काम के लिए घर से बाहर न निकलें।

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