अफगानिस्तान की राजधानी काबुल स्थित हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा के पास गुरुवार शाम हुए फिदायीन हमले 60 से ज्यादा लोगों के मारे जाने तथा 150 से अधिक लोगों के घायल होने की सूचना है। अमेरिकी अखबार ‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’ के मुताबिक काबुल में हवाई अड्डा के पास हुए हमले में अब तक 60 लोग मारे जा चुके हैं। वहीं, फॉक्स न्यूज न्यूज ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि मृतकों में 12 अमेरिकी मरीन कमांडो शामिल हैं। इस घटना के बाद काबुल एयरपोर्ट से तमाम फ्लाइट ऑपरेशन्स बंद कर दिए गए हैं। शंका जताई जा रही है कि इस वारदात को आतंकवादी संगठन आईएस (ISIS) के खुरासन ग्रुप ने अंजाम दिया है।
इस बीच, रशियन मीडिया के एक रिपोर्टर ने बताया गया है कि एयरपोर्ट के डायरेक्शन में एक और धमाका हुआ है। हालांकि, ये एयरपोर्ट के पास ही हुआ, ये नहीं कहा जा सकता, क्योंकि रिपोर्ट में कहा गया है कि घटना एयरपोर्ट से 7 किलोमीटर दूर घटित हुई।
उधर, अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने कहा, “गुरुवार को हामिद करजई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के अब्बे गेट पर पहला ब्लास्ट हुआ। कुछ ही देर बाद एयरपोर्ट के नजदीक बैरोन होटल के पास दूसरा धमाका हुआ। यहां ब्रिटेन के सैनिक ठहरे हुए थे। एयरपोर्ट के बाहर तीन संदिग्धों को देखा गया था। इसमें से दो आत्मघाती हमलावर थे, जबकि तीसरा बंदूक लेकर आया था। मरने वालों का आंकड़ा बढ़ने की आशंका है।
तालिबान ने अब तक 15 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है। इसमें महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। तालिबान ने इसे आतंकवादी हमला बताया है। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने इस घटना की कड़ी निंदा की, लेकिन कहा कि विस्फोट उस क्षेत्र में हुए हैं, जिस क्षेत्र में सुरक्षा की जिम्मेदारी अमेरिकी सेना के पास है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “इस्लामिक अमीरात काबुल हवाई अड्डे पर बमबारी की कड़ी निंदा करता है, जिस क्षेत्र में यह घटना घटित हुयी, उस क्षेत्र की सुरक्षा की जिम्मेदारी अमेरिकी सेना के पास है। इस्लामिक अमीरात अपने लोगों की सुरक्षा पर पूरा ध्यान दे रहा है और बुरी घटनाओं को सख्ती से रोका जाएगा।”
मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि एयरपोर्ट से लगे नाले में लाशों और घायलों का ढेर लगा है। यहां पानी में शव पड़े हुए हैं। लोग अपनों को ढूंढ़ रहे हैं। एक दिन पहले ही इस नाले का वीडियो सामने आया था, जिसमें लोगों का हुजूम था। लोग एयरपोर्ट के अंदर जाने के लिए नाले में खड़े थे।
वहीं ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने दोनों धमाकों की पुष्टि की। सुरक्षा के लिए काबुल एयरपोर्ट से सभी उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। सभी विमानों को नाटो सेना ने सुरक्षा घेरे में ले लिया है। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि यह फिदायीन हमला था और हमलावर के निशाने पर अमेरिकी और ब्रिटिश सैनिक थे। इटली के एक एयरक्राफ्ट पर भी फायरिंग की खबर है।
इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बिडेन ने आपातकालीन बैठक बुलाई। CBS न्यूज ने व्हाइट हाउस के एक सूत्र के हवाले से अपनी रिपोर्ट में बताया है कि राष्ट्रपति और उनकी नेशनल सिक्योरिटी टीम ने एक घंटे तक सिचुएशन रूम में मीटिंग की। विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन भी इस मीटिंग में मौजूद रहे। इसके अलावा ज्वॉइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ जनरल मार्क मिले भी राष्ट्रपति के साथ थे। अफगानिस्तान पर कुछ बड़ा फैसला लिया जा सकता है।
मौजूदा समय में काबुल एयरपोर्ट पर अफरातफरी का माहौल है। आपको बता दें कि अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन ने गुरुवार को ही काबुल एयरपोर्ट पर आतंकी हमले का बड़ा खतरा बताते हुए अपने नागरिकों से कहा था कि फिलहाल काबुल एयरपोर्ट पर नहीं जाएं और जो लोग एयरपोर्ट के बाहर मौजूद हैं वहां से तुरंत हट जाएं।
काबुल स्थित अमेरिकी दूतावास ने कहा है कि जो अमेरिकी काबुल एयरपोर्ट के अब्बे गेट, ईस्ट गेट या नॉर्थ गेट पर मौजूद हैं, वे फौरन वहां से हट जाएं और अगले निर्देश का इंतजार करें। ब्रिटेन ने आशंका जताई थी कि ISIS काबुल एयरपोर्ट पर हमला कर सकता है।
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