काबुलः अफगानिस्तान में स्थिति दिनोंदिन खराब होती जा रही है। काबुल हवाई अड्डा पर मची भगदड़ में अफगानिस्तान के सात लोगों की मौत होने की सूचना है। यह जानकारी ब्रिटिश मिलिट्री ने दी है। ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि अफगानिस्तान में हालात बेहद चुनौतीपूर्ण हैं, लेकिन हम स्थिति को संभालने के साथ ही लोगों की सुरक्षा की पूरी कोशिश कर रहे हैं। आपको बता दें तालिबान के डर से लोग अफगानिस्तान से पलायन कर रहे हैं। अफगानिस्तान छोड़ने वाले लोगों की काबुल एयरपोर्ट पर भारी भीड़ है। वहीं तालिबान अफगानियों को देश छोड़ने से रोक रहा है। हवाई अड्डा आने वाले रास्तों पर तालिबान का पहरा है। तालिबानी आने-जाने वाले हरेक लोगों की जांच कर रहे हैं।
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल से 168 लोगों को लेकर भारतीय वायुसेना का विमान गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पहुंच चुका है। इनमें 107 भारतीय हैं तथा अन्य विदेशी नागरिक है, जिनमें भारतीय मूल के अफगानी सांसद नरेंदर सिंह खालसा, अनारकली होनरयार और इनके परिवार भी शामिल हैं। आपको बता दें कि होनरयार और खालसा उन लोगों में शामिल थे जिन्हें तालिबानी विद्रोही शनिवार को काबुल एयरपोर्ट से अपने साथ ले गया थे। तालिबान ने कहा था कि ये अफगानी हैं इसलिए देश नहीं छोड़ सकते। हालांकि, बाद में इन्हें छोड़ दिया गया।
इसके अलावा काबुल से निकाले गए 87 अन्य भारतीय भी आज सुबह एयर इंडिया के विमान से दिल्ली पहुंचे थे। इनमें 2 नेपाली भी शामिल हैं। वतन वापसी की खुशी में भारतीयों ने फ्लाइट के अंदर ही भारत माता के जयकारे लगाए। ये लोग 2 विमानों से भारत पहुंचे थे। इन्हें पहले तजाकिस्तान की राजधानी दुशाम्बे और कतर की राजधानी दोहा पहुंचाया गया था और वहां से कल रात भारत के लिए रवाना किया गया था।
भारत आई एक अफगानी महिला ने बताया कि अफगानिस्तान में हालात बेहद खराब हैं। तालिबान ने हमारा घर जला दिया। मैं अपनी बेटी और उसके दो बच्चों के साथ यहां आई हूं। हमारे भारतीय भाई-बहनों ने हमें रेस्क्यू किया है। हमारी मदद करने के लिए भारत का शुक्रिया करती हूं।
अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों के वतन वापसी की राह आसान हो गई है। भारत को काबुल एयरपोर्ट से रोजाना दो विमानों के संचालन की अनुमति मिल चुकी है। अमेरिकी और नाटो (NATO) यानी उत्तरी अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गनाइजेशन फोर्स ने इसकी अनुमति शनिवार को की थी। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि अब वे जल्द ही सभी भारतीयों को वापस लाएंगे। अफगानिस्तान में अभी भी 300 भारतीयों के फंसे होने की जानकारी है।