दिल्लीः मशहूर शायर शायर मुनव्वर राना रहते तो हिंदुस्तान में हैं, लेकिन उनके दिल में ‘तालिबान’ बसता है। तालिबान ने जब अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर कब्जा किया, तो राना की ये मोहब्बत दिल से निकल कर जुबान पर गई। अब वह बार-बार तालिबान के पक्ष में बयान दे रहे हैं। हद तो तब हो गई, जब राना ने हिंदुओं की भावनाओं से ठेस पहुंचाया। उन्होंने एक निजी टेलीविजन से बातचीत करते हुए महर्षि वाल्मीकि की तुलना तालिबान से कर डाली। इस दौरान वह हिंदू धर्म पर सवाल खड़े करते दिखे, जिसके लेकर उनके लाखों चाहने वाले लोग भी भड़क गए हैं।
खबरिया चैनल से बातचीत के दौरान मुनव्वर राना ने कहा, “तालिबानी आतंकी हैं पर उतने ही आतंकी हैं जितने रामायण लिखने वाले वाल्मीकी।“ राना से जब सवाल किया गया कि तालिबानी आतंकी हैं या नहीं? इसके जवाब में उन्होंने ‘सड़कछाप’ भाषा का इस्तेमाल करते हुए कहा, “अगर वाल्मीकी रामायण ‘लिख देता है’ तो वह देवता ‘हो जाता है’, उससे पहले वह डाकू होता है। इसको क्या कीजिएगा। आदमी का किरदार, उसका कैरेक्टर बदलता रहता है।“
राना की इस भाषा पर एंकर द्वारा आपति जताने पर और यह कहने पर कम से कम भगवान वाल्मीकि के साथ वह तालिबान की तुलना न करें तो उन्होंने कहा कि आपके मजहब यानी हिंदू धर्म में तो किसी को भी भगवान कह दिया जाता है। लेकिन, वे एक लेखक थे। ये ठीक है कि उन्होंने एक बड़ा काम किया। उन्होंने रामायण लिखी। हालांकि, यहां मुकाबला करने की बात नहीं है।
इससे पहले भी मुनव्वर राना तालिबान के साथ हमदर्दी जता चुके हैं। उन्होंने बुधवार को एक ऑनलाइन मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि तालिबान को आतंकवादी या आतंकी नहीं कह सकते, उन्हें अग्रेसिव कहा जा सकता है। तालिबान ने अपने मुल्क को आजाद करा लिया तो क्या दिक्कत है। अपनी जमीन पर कब्जा तो किसी भी तरह से किया जा सकता है।
बंदूक के दम पर सत्ता में आने से जुड़े सवाल के जवाब में राना ने कहा कि इसको उस हिंदुस्तान की तरह सोचा जाए जो अंग्रेजों की गुलामी में था, जिन्होंने उसे आजाद कराया था। उन्होंने भी अपने मुल्क को आजाद करा लिया तो क्या दिक्कत है। इसके बारे में हिंदुस्तानी होकर नहीं सोच सकते हैं।
राना के इस विवाद बयान के बाद लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। सोशल मीडिया पर लोग इसके खिलाफ जमकर भड़ास निकाल रहे हैं। दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष बरखा शुक्ला सिंह ने ट्वीट कर कहा, “मुनव्वर राना आप भी एक काम कीजिए। आप भी तालिबान ही चले जाइए। आपके लिए सबसे महफूज जगह तालिबान है।“
मौजूदा समय में मुनव्वर राना ट्विटर पर ट्रेंड होने लगे। मुनव्वर राना को हैशटैग करते हुए लोगों ने उन पर गुस्सा जताया। ज्यादातर लोग उन्हें अफगानिस्तान चले जाने और तालिबानियों के साथ शायरी करने की सलाह दे रहे हैं।
राना का यह विवादित बयान ऐसे समय में आया है, जब अफगानिस्तान में महिलाओं और लड़कियों के प्रति हिंसा बढ़ने की आशंका से पूरी दुनिया चिंतित है। लोगों को डर सता रहा है कि कहीं यह मुल्क अलकायदा जैसे आंतकी संगठनों का पनाहगाह न बन जाए। यह तो तय है कि वह देश में शरिया कानून लागू करेगा। लोग इसी डर से अफगानिस्तान से भाग रहे हैं। काबुल एयरपोर्ट तो मछली बाजार में तब्दील हो गया है। लोगों में दिलों में तालिबानियों की दहशत किस कदर है, यह इस बात से ही समझा जा सकता है कि हाल में कई लोगों ने हवाई जहाज से खुद को बांध लिया था। विमान उड़ने पर उनके गिरने की तस्वीरें सामने आई थीं।