वाशिंगटनः अफगानिस्तान में तालिबान की जीत पर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बिडेन का बयान आया है। उन्होंने तालिबानी की जीत के बाद पहली बार प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा भारतीय समय के अनुसार सोमवार और मंगलवार की रात करीब 1.30 बजे मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि वहां के नेतृत्व ने बिना लड़े हथियार डाल दिए।

बिडेन ने अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के फैसले का बचाव करते हुए कहा कि हमारे सैनिकों ने बहुत त्याग किए हैं। अफगानिस्तान में भरोसे का संकट है। हम कोशिश कर रहे हैं कि अमेरिका का हर नागरिक वहां से सुरक्षित लौटे। लोग हम पर सवाल उठा रहे हैं। उन्हें अफगानिस्तान छोड़कर जाने वाले उनके राष्ट्रपति अशरफ गनी से भी सवाल करने चाहिए। हमारी सेना और जोखिम नहीं उठा सकती थी। उम्मीद है कि वहां हालात फिर बेहतर होंगे।

उन्होंने कहा कि हमारे पास दो विकल्प थे। पहला- हम तालिबान से हुआ समझौता लागू करते और फोर्स वापस बुलाते। दूसरा- कई हजार सैनिक और वहां भेजते और जंग चलती रहती। अफगानिस्तान के नेताओं ने हथियार डाल दिए और देश से भाग गए। 20 साल की ट्रेनिंग के बाद भी वहां की फौज ने सरेंडर कर दिया।

 

आपको बता दें कि अफगानिस्तान क् हालात को लेकर अमेरिकी मीडिया समेत विपक्ष ने बाइडेन के रुख पर सवाल उठाए हैं। रविवार और सोमवार को व्हाइट हाउस के बाहर लोगों ने अफगानिस्तान से सैन्य वापसी के खिलाफ प्रदर्शन किए थे। व्हाइट हाउस के बाहर भी कई प्रदर्शनकारी बैनर और पोस्टर लेकर पहुंचे। इन लोगों का आरोप है कि अमेरिका ने अफगानिस्तान को उसके हाल पर छोड़ दिया और तालिबान को रोकने के लिए कोई रणनीति नहीं बनाई।

वहीं अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और कुछ डेमोक्रेटिक सीनेटर्स भी बिडेन प्रशासन पर आरोप लगा रहे हैं कि वे अफगानिस्तान के मामले को ठीक से हैंडल करने में नाकाम रहे। इस वजह से अफगानिस्तान में अमेरिका को एक शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा।

अफगानिस्तान में तेजी से बिगड़े हालात और वहां तालिबान के कब्जे के बाद पूर्व राष्ट्रपति ट्रम्प ने बिडेन पर तंज किया है और अमेरिकी लोगों से पूछा- अफगानिस्तान में हालात देखकर क्या आप मुझे याद कर रहे हैं?

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