टोक्योः भारत की लिहाज से टोक्यो ओलिंपिक के 11वें दिन मिलाजुला रहा। डिस्कस थ्रो में कमलप्रीत कौर मेडल नहीं जीत सकीं। कमलजीत का फाइनल में 6 राउंड के बाद बेस्ट स्कोर 63.70 का रहा और वह छठे स्थान पर रहीं। उन्होंने 5 में से 2 राउंड में फाउल थ्रो किए। कमलप्रीत ने पहले राउंड में 61.62 मीटर और तीसरे राउंड में 63.70 मीटर दूर चक्का फेंका। इस तरह से वह क्वालिफाइंग राउंड के अपने प्रदर्शन को भी नहीं दोहरा सकीं। कमलप्रीत ने क्वालिफाइंग में 64 मीटर की दूरी तक चक्का फेंका था।

पांचवें राउंड में कमलप्रीत ने 61.37 मीटर दूर चक्का फेंका। आपको बता दें कमलप्रीत ट्रैक एंड फील्ड इवेंट के इतिहास के फाइनल में पहुंचने वाली भारत की 7वीं खिलाड़ी रहीं। उनसे पहले सिर्फ 6 एथलीट ही ट्रैक एंड फील्ड की फाइनल में पहुंचे थे। इसमें से 3 महिलाएं रही हैं। यह एथलीट हैं- कृष्णा पूनिया, पीटी ऊषा और अंजू बॉबी जॉर्ज। कमलप्रीत से पहले डिस्कस थ्रो में कृष्णा पूनिया 2012 ओलिंपिक के फाइनल में पहुंची थीं।

विमेंस डिस्कस थ्रो के फाइनल में अमेरिका की ऑलमैन वैलेरी ने 68.98 मीटर थ्रो के साथ गोल्ड मेडल जीता, जबकि जर्मनी की क्रिस्टीन पुडेंज 66.86 मीटर चक्का फेंककर दूसरे स्थान पर रहीं। वहीं क्यूबा की याएमे पेरेज ने 65.72 मीटर के साथ ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया।

वहीं  महिला हॉकी में भारतीय टीम ने शानदार करते हुए सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है। क्वार्टर फाइनल में भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को 1-0 से हराया। इस तरह की भारतीय महिला हॉकी टीम टीम ने पहली बार ओलिंपिक के सेमीफाइनल में जगह बनाने में कामयाब रही।

उधर, घुड़सवारी के फाइनल में भी भारत को हार मिली। फवाद मिर्जा फाइनल मुकाबले में 23वें स्थान पर रहे। फवाद ने जंपिंग इवेंट ने क्वालिफाइंग राउंड में 25वें स्थान पर रहते हुए फाइनल के लिए क्वालिफाई किया था।

दौड़ में भी भारत को नाकामी हाथ लगी। दुती चंद महिला 200 मीटर हीट-4 में आखिरी स्थान पर रहीं। हीट में उनकी पोजिशन 7वीं थी। इसी के साथ वे सेमीफाइनल में भी जगह बनाने में नाकाम रहीं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here