टोक्योः भारत ने टोक्यो ओलिंपिक के 10वें दिन का अंत शानदार तरीके से किया। स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने जहां महिला एकल वर्ग का ब्रॉन्ज मेडल जीता, वहीं भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने क्वार्टर फाइनल मुकाबले में ग्रेट ब्रिटेन को 3-1 से हराते हुए सेमीफाइनल में प्रवेश किया। भारतीय हॉकी टीम चार दशक बाद ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुंची है। इससे पहले 1980  में भारत ने आखिरी बार तत्कालीन सोवियत संघ की राजधानी मास्को में आयोजित ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता था।

टीम भारत के लिए गोल 7वें मिनट में दिलप्रीत सिंह, 16वें मिनट में गुरजीत सिंह और 57वें मिनट में हार्दिक सिंह ने दागा, जबकि ब्रिटेन के लिए इकलौता गोल 45वें मिनट में सैमुअल ने गोल किया। अब भारत का सेमीफाइनल में बेल्जियम के साथ मुकाबला होगा।

इससे पहले वासुदेवन भास्करन की कप्तानी में भारतीय हॉकी टीम ने 1980 में मॉस्को में पीला तमगा जीता था। उसके बाद से भारतीय हॉकी टीम के प्रदर्शन में लगातार गिरावट आई और 1984 लॉस एंजिलिस ओलिंपिक में पांचवें स्थान पर रहने के बाद वह इससे बेहतर नहीं कर सकी ।

2008  में बीजिंग ओलिंपिक में टीम पहली बार क्वॉलिफाइ भी नहीं कर सकी थी। वहीं 2016 रियो ओलिंपिक में आखिरी स्थान पर रही थी।

टोक्यो ओलंपिक में ऑस्ट्रेलिया के हाथों 1-7 से मिली हार के अलावा भारतीय टीम ने अभी तक शानदार खेल का प्रदर्शन किया है। भारतीय टीम पांच में से चार मैच जीतकर टीम पूल ए में दूसरे स्थान पर रही। दूसरी ओर ब्रिटेन ने दो जीत दर्ज की और दो हार तथा एक ड्रॉ के बाद वह पूल बी में तीसरे स्थान पर रही थी। भारत ने ऑस्ट्रेलिया से मिली हार के बाद लगातार 4 मैच जीते हैं।

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