टोक्योः टोक्यो ओलंपिक में गुरुवार को भारत को बड़ा झटका लगा। स्टार मुक्केबाज मेरी कॉम 51 किलोग्राम भार वर्ग के प्री-क्वार्टर फाइनल में हार गई और इसके साथ ही टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतका का उनका सपना टूट गया। मेरी कॉम को कोलंबिया की विक्टोरिया इनग्रिट वेलेंसिया ने 3-2 से हराया।

आपको बता दें कि फाइट के पहले राउंड में वेलेंसिया के पक्ष में 5 में से 4 जजों ने फैसला सुनाया। यही मैच का टर्निंग पॉइंट रहा। मेरी कॉम को इसी बढ़त की वजह से हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद मेरीकॉम ने बाकी बचे दोनों राउंड जीते, लेकिन वह वेलेंसिया को मिले टोटल पॉइंट को कवर नहीं कर पाईं।

38 वर्षीय मेरी कॉम 32 वर्षीय वेलेंसिया को इससे दो बार हरा चुकी थीं। मैच के अंत में जब रेफरी ने वेलेंसिया का हाथ ऊपर उठाया, तो मेरी कॉम की आंखों से निकल आए। इसके बाद कोलंबियाई बॉक्सर ने उन्हें गले से लगाया और सांत्वना दी।

मेरी कॉम रिकॉर्ड 6 बार की वर्ल्ड चैंपियन हैं। उन्होंने 2012 लंदन ओलिंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। वेलेंसिया 2016 रियो ओलिंपिक की ब्रॉन्ज मेडलिस्ट रही थीं। मेरीकॉम 2019 वर्ल्ड चैंपियनशिप के क्वार्टर-फाइनल में वेलेंसिया को हरा चुकी हैं। कोलंबियाई मुक्केबाज की यह मेरी कॉम पर पहली जीत रही।

टोक्यो ओलंपिक में तीन भारतीय मुक्केबाज क्वार्टर फाइनल में जगह बना चुके हैं। इनमें लवलीना बोरगोहेन, पूजा रानी और सतीश कुमार शामिल हैं। ये तीनों अगर अपना अगला मुकाबला जीतने में कामयाब हो जाते हैं तो भारत को बॉक्सिंग में तीन मेडल पक्के हो जाएंगे।

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