टोक्योः भारत की स्टार मुक्केबाज एमसी मेरी कॉम अभी खेल से ब्रेक नहीं लेंगी। उन्होंने कहा कि मैं ब्रेक लूंगी, परिवार के साथ समय बिताऊंगी, लेकिन मैं खेल नहीं छोड़ रही हूं। यदि कोई टूर्नामेंट होता है तो मैं जारी रखूंगी और अपना भाग्य आजमाऊंगी।

टोक्यो ओलंपिक में पदस हासिल करने से चुकने के बाद न्यूज एजेंसी पीटीआई को दिए इंटरव्यू में मेरी कॉम ने कहा कि उन्हें सोशल मीडिया के जरिए पता जला कि वह हार चुकी हैं। उन्होंने अंपायर्स, इंटरनेशनल बॉक्सिंग फेडरेशन और आईओसी (IOC)  यानी इंटरनेशनल ओलिंपिक कमेटी पर सवाल उठाते हुए कहा है कि खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि बॉक्सिंग टास्क फोर्स का फैसला बहुत खराब है।

मेरी कॉम ने कहा कि मैच के बाद मैं रिंग के अंदर खुश थी। जब मैं बाहर आई, तब भी मैं खुश थी। मुझे पता था कि मैं जीत गई हूं, लेकिन मुझे मेरे कोच छोटे लाल यादव ने बताया कि मैं हार गई। मैंने किरण रिजिजू का ट्वीट देखा। उस ट्वीट से मुझे यकीन हुआ कि मैं हार चुकी हूं। मैंने 3 में से 2 राउंड जीते। फिर मैं हार कैसे गई।

भारतीय मुक्केबाज नहीं कहा कि मैं इस फैसले को समझ नहीं पा रही हूं। पता नहीं क्या गड़बड़ है, IOC और टास्क फोर्स को क्या समस्या है। मैं भी टास्क फोर्स की मेंबर थी। मैं साफ सुथरे मैच के लिए उन्हें सुझाव भी देती थी और उनका सहयोग भी करती थी, लेकिन, उन्होंने मेरे साथ क्या किया?

उन्होंने कहा, “मैंने इस मुक्केबाज को दो बार हराया है। मैं विश्वास ही नहीं कर सकी कि रेफरी ने उसका हाथ उठाया था। कसम खाती हूं कि मुझे अहसास ही नहीं हुआ कि मैं हार गई थी, मुझे इतना भरोसा था। सबसे खराब बात है कि फैसले का रिव्यू और प्रोटेस्ट नहीं किया जा सकता है, वरना मैं ऐसा जरूर करती।

बॉक्सर मेरी कॉम ने कहा, “ईमानदारी से कहूं तो मुझे भरोसा है कि दुनिया ने देखा होगा। रेफरियों जो कुछ किया, यह कुछ ज्यादा ही हो गया है। मुझे दूसरे राउंड में सर्वसम्मति से जीतना चाहिए था, तो यह 3-2 कैसे था? एक मिनट या एक सेकेंड के अंदर एक एथलीट का सब कुछ चला जाता है, जो हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं जजों के फैसले से निराश हूं।“

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