दिल्लीः कर्नाटक में मचे सियासी घमासान के बीच मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने सोमवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपने इस्तीफे की घोषणा करते हुए कहा कि कहा कि लंच के बाद मैं गवर्नर से मिलूंगा और उन्हें अपना इस्तीफा सौंप दूंगा। आपको बता दें कि कर्नाटक में आज ही बीजेपी सरकार के दो साल पूरे हुए हैं। इसी कार्यक्रम के दौरान उन्होंने इस्तीफे का ऐलान करते हुए उन्होंने कहा कि मैंं हमेशा अग्निपरीक्षा से गुजरा हूं।
आपको बता दें येदियुरप्पा ने 16 जुलाई को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी। इसके बाद से येदियुरप्पा के इस्तीफे की अटकलें जोर पकड़ ली थी। बाद में येदियुरप्पा ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी मुलाकात की थी।
बीएस येदियुरप्पा ने 31 जुलाई 2011 को बीजेपी से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने 30 नवंबर 2012 को कर्नाटक जनता पक्ष नाम से अपनी पार्टी बनाई थी। येदियुरप्पा के इस कदम के पीछे लोकायुक्त द्वारा अवैध खनन मामले की जांच थी। इसी जांच में येदियुरप्पा का नाम सामने आया था। इसका नुकसान भाजपा को उठाना पड़ा था। 2014 में येदियुरप्पा फिर बीजेपी में शामिल हो गए।
येदियुरप्पा 2018 में कर्नाटक में सियासी नाटक के बीच ढाई दिन के लिए मुख्यमंत्री बने और इमोशनल स्पीच के बाद सत्ता छोड़ दी।