टोक्योः ओलंपिक गेम्स के भारोत्तोलन स्पर्धा में पदक का जीतने का भारत का 21 साल का इंतजार शनिवार को खत्म हो गया। भारत की महिला स्टार वेटलिफ्टर मीराबाई चानू (Mirabai Chanu) टोक्यो ओलिंपिक (Tokyo Olympics) में सिल्वर मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है। मीराबाई ने 49 किलोग्राम भार वर्ग में सिल्वर पदक अपने नाम किया।

मीराबाई चानू ने महिलाओं की 49 किलोग्राम भार वर्ग कुल 202 किलोग्राम वजन उठाकर सिल्वर मेडल जीता। वहीं चीन की होउ जिहूई ने 210 किलोग्रम वजन उठाकर गोल्ड मेडल पर कब्जा किया। इंडोनेशिया की ऐसाह विंडी कांटिका ने कुल 194 किग्रा का वजन उठाकर कांस्य पदक हासिल किया। मीराबाई चानू से पहले कर्णम मल्लेश्वरी ने सिडनी ओलंपिक 2000 में देश को भारोत्तोलन में कांस्य पदक दिलाया था।

2016 के रियो ओलिंपिक चानू का प्रदर्शन निराशाजनक रहा था, लेकिन उसके बाद उन्होंने अपने खेल में लगातार सुधार किया। उन्होंने 2017 में वर्ल्ड चैंपियनशिप और 2018 में कॉमनवेल्थ में गोल्ड मेडल जीता था।

26 वर्षीय चानू पिछले ओलिंपिक के बाद से अपने खेल में काफी सुधार किया है। उन्होंने अपनी तकनीक को काफी बेहतर बनाया है। आपको बता दें चानू 01 मई को स्ट्रेंथ और कंडीशनिंग की ट्रेनिंग करने के लिए अमेरिका चली गई थी। वहीं पर उन्होंने अपने कोच डॉक्टर आरोन हार्सचिंग के साथ ट्रेनिंग की। साथ ही वहां पर उन्होंने अपने कंधे की चोट का इलाज भी करवाया। मीराबाई अमेरिका से सीधा जापान ओलिंपिक गेम्स के लिए पहुंची।

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