दिल्लीः केंद्र सरकार ने केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में केंद़्रीय विश्वविद्यालय बनाने का निर्णय लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को यहां हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक इस आशय के प्रस्ताव का मंजूरी प्रदान की गई। इसके साथ ही मंत्रिंडल ने उच्च गुणवत्ता युक्त इस्पात क्षेत्र के लिए 6322 करोड़ रुपए के उत्पादन आधारित प्रोत्साहन पैकेज को अनुमोदित किया।
बैठक के बाद सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने एक संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि लद्दाख में 750 करोड़ रुपए की लागत से एक केंद्रीय विश्वविद्यालय स्थापित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे लद्दाख में क्षेत्रीय असमानता समाप्त करने में मदद मिलेगी और क्षेत्र में शिक्षा का स्तर सुधरेगा।
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने उच्च गुणवत्ता युक्त इस्पात क्षेत्र के लिए 6322 करोड़ रुपए के उत्पादन आधारित प्रोत्साहन पैकेज देने का निर्णय लिया है, जिससे 40 हजार करोड़ का निवेश होने और 68 हजार लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार को मिलने की संभावना है। उन्होंने देश में उत्पादों के निर्माण के लिए यह राशि अगले पांच वर्ष में दी जाएगी। उन्होंने कहा कि इस योजना से देश में ‘हाई ग्रेड स्पेशियलिटी स्टील’ के उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा, इससे निर्यात में वृद्धि होगी और उच्च गुणवत्ता वाले स्टील के लिए आयात पर निर्भरता कम होगी। इस योजना से लगभग 40,000 करोड़ रुपये के निवेश और 25 टन की क्षमता वृद्धि की उम्मीद है। योजना की अवधि 2023-24 से 2027- 28 तक शुरू होकर पांच वर्ष होगी।
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि अतिरिक्त उत्पादन और निवेश को ध्यान में रखते हुए, इस योजना में लगभग 5.25 लाख की रोजगार सृजन क्षमता है, जिसमें से 68,000 प्रत्यक्ष और शेष अप्रत्यक्ष रोजगार होंगे।