इस्लामाबादः पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को आरएसएस यानी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का जबरदस्त फोबिया हो गया है और यह खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। इमरान ने दो दिन दूसरी बार संघ के खिलाफ जहर उगला है और खुद को कश्मीरियों का ब्रांड एम्बेसडर बताया है।

उन्होंने पाकिस्तान के कब्जेवाले कश्मीर में रविवार को एक रैली को संबोधित करते हुए संघ पर निशाना साधा। उन्होंने संघ की विचारधारा को भारत के लिए सबसे पड़ा खतरा बताया। इससे पहले उज्बेकिस्तान में चल रही सेंट्रल साउथ एशिया कॉन्फ्रेंस में भाग लेने पहुंचे इमरान से जब सवाल किया गया कि क्या आतंकवाद और बातचीत एकसाथ चल सकते हैं? इस पर इमरान खान ने कहा, “हम तो कितने दिनों से इंतजार कर रहे हैं कि हम सिविलाइज्ड हमसाया (सभ्य पड़ोसी) बनकर रहें, लेकिन पर करें क्या आरएसएस  की विचारधारा आड़े आ गई।“

पाकिस्तान के पीएम 17 जुलाई को पाकिस्तान के कब्जेवाले कश्मीर के बाघ में चुनाव से संबंधित सार्वजनिक सभ में भाग लेने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कहा था कि बीजेपी और संघ की विचारधारा भारत के लिए सबसे बड़ा खतरा है। बीजे और संघ की विचारधारा सिर्फ मुस्लिमों को ही निशाना नहीं बनाती, बल्कि ये सिखों, ईसाइयों और सुप्रीम कोर्ट को भी निशाना बनाती है।

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कश्मीर से संबंधित संविधान के अनुच्छेद 370 हटाने के फैसले की भी निंदा की और कहा कि पांच  अगस्त 2019 के बाद कश्मीर में जुल्म बढ़ गए हैं। उन्होंने कहा कि वह हर अंतरराष्ट्रीय मंच पर कश्मीरियों के ब्रांड एम्बेसडर हैं और उनके संघर्ष में हमेशा साथ खड़े रहेंगे।

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