संवाददाताः कपिल भारद्वाज

नारनौलः हरियाणा में महेंद्रगढ़ जिला के नीमकाथाना स्थित श्री कृष्ण छात्रावास में रविवार को सांस्कृतिक अहीरवाल की एक अहम बैठक हुई, जिसकी अध्यक्षता प्रिंसिपल रमेश चंद यादव ने की। बैठक में सांस्कृतिक अहीरवाल के निदेशक सत्यव्रत शास्त्री भी उपस्थित रहे। सत्यव्रत शास्त्री बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि महभारत कालीन आभीर गणराज्य ही आज का अहीरवाल है, जिसकी समृद्ध परम्पराएं तथा रीति-रिवाज दुनियाभर में प्रसिद्ध रही है और जिसकी ताकत का का लोहा पूरा विश्व मानता है।

उन्होंने बताया कि 1857 के नसीबपुर युद्ध के बाद स्थिति और परिस्थिति बदल गई। अंग्रेजी सत्ता ने इस भू-भाग को छिन्न भिन्न करना शुरु कर दिया और इतिहास को भी विलुप्त कर दिया। दुनिया के बड़े युद्धों में नसीबपुर युद्ध का स्थान होना चाहिए था क्योंकि यहां अंग्रेजी सेना के जर्नल और ब्रिगेडियर स्तर के सैनिकों को मौत के घाट उतारा था । अंग्रेजो ने एक कुटिल चाल से इतिहास में हमे स्थान नहीं मिला और ना ही हमें अपने इतिहास पर गर्व रहा। सांस्कृतिक अहीरवाल का मुख्य उद्देश्य अपनी समृद्ध परंपराओं रीति रिवाज और इतिहास को वर्तमान पीढ़ी के सामने और भावी पीढ़ी को समझाने के लिए काम कर रहा है।

बैठक में दाना शिवम हॉस्पिटल के सीईओ डॉ. एसपी यादव ने कहा कि इसके अंतर्गत हर पंचायत समिति में एक कार्य दल का गठन किया जा रहा है तथा हर पंचायत स्तर पर एक कार्य दल का गठन होगा,जिनका प्रशिक्षण करवा कर प्रत्येक पंचायत स्तर पर इतिहास लेखन का काम शुरू होगा। आज की बैठक में राकेश सैणी महावीर जी, अध्यापक सांवल राम जी, सुबे सिंह जी, सूरज यादव विजय मेहता राजेंद्र जी,  अध्यापक दिनेश जी ओम प्रकाश यादव, राजाराम यादव, मनीष कुमार यादव, नंदराम यादव, शीशराम यादव, सुबह चंद यादव, विजेंद्र सतीश धर्मेंद्र प्रेम, उमेश यादव, राहुल यादव, विकास यादव, कृष्ण यादव, सुनील यादव, प्रदीप विक्रम यादव, मनोज यादव, कुलदीप मंगल, संदीप यादव और कपिल बद्री यादव उपस्थित रहे।

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