दिल्लीः कर्नाटक में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हैं। इस्तीफे के कयासों के बीच राज्य के मुख्यमंत्री बीएस युदियुरप्पा दिल्ली में हैं। यहां पर उन्होंने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी और आज बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मिले हैं। यह चर्चा जोरों पर है कि येदियुरप्पा जल्द ही मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे सकते हैं। हालांकि उन्होंने इससे इनकार किया है।

बताया जा रहा है कि बढ़ती उम्र और खराब सेहत की वजह से येदियुरप्पा अब मुख्यमंत्री नहीं बने रहना चाहते है, लेकिन उन्होंने इस्तीफे की खबरों को खारिज किया है और कहा है कि यह बिल्कुल सच नहीं है। मैंने शुक्रवार को प्रधानमंत्री से मुलाकात की और हमने राज्य के विकास पर विस्तृत रूप से चर्चा की।

येदियुरप्पा ने नड्‌डा से मुलाकात के बाद कहा, “हमने देश और राज्य में पार्टी का विस्तार किया जाए और कर्नाटक के अहम मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की। मेरे बारे में उनकी राय बहुत अच्छी है। मैं राज्य में पार्टी को फिर से सत्ता में लाने के लिए काम करूंगा।”

आपको बता दें कि आईटी (IT)  पार्क की जमीन में धांधली को लेकर येदियुरप्पा पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। दरअसल  स्पेशल कोर्ट ने 15 साल पुराने एक जमीन घोटाले के मामले में येदियुरप्पा के खिलाफ जांच जारी रखने का आदेश दिया है। इसी बजह से कर्नाटक बीजेपी के कई मंत्री और विधायक येदियुरप्पा को पद से हटाने की मांग कर रहे हैं।

जिस जमीन में गड़बड़ी को लेकर येदियुरप्पा पर आरोप लग रहे हैं, वह बेगलुरु से सटे बेल्लंदूर में है। विवाद 4.30 एकड़ बेशकीमती इस जमीन गैर अधिसूचित करने से जुड़ा है। यह जमीन 2000-01 में वार्थुर-व्हाईटफील्ड IT पार्क के लिए अधिग्रहित की गई थी, लेकिन  2006-07 में एचडी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली सरकार में उपमुख्यमंत्री रहे येदियुरप्पा ने इस जमीन को गैर अधिसूचित कर दिया। इसको लेकर वासुदेव रेड्डी नामक व्यक्ति ने लोकायुक्त अदालत में शिकायत दायर की और भूमि को गैर अधिसूचित करने में अनियमितता बरतने का आरोप लगाया।

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