जयपुरः 11 जुलाई को राजस्थान के लोगों का मानसून इंतजार तो खत्म हुआ, लेकिन राजधानी जयपुर को बड़ा दर्द दे गया। यहां के आमेर महल में बने वॉच टावर पर रविवार रात आकाशीय बिजली गिरने से 16 लोगों की मौत हो गई तथा अब तक 29 लोगों को बचाया गया है।
वहीं पुलिस आयुक्त राहुल प्रकाश ने सोमवार को इस हादसे में 11 लोगों की मौत की पुष्टि की। इस हादसे के बाद यहां के लोग सदमे में हैं। वहीं एसडीआरएफ (SDRF) यानी राज्य आपदा प्रक्रिया बल, सिविल डिफेंस, पुलिस और स्थानीय लोगों ने राहत एवं बचाव अभियान चलाकर इस हादसे की चपेट में आए लोगों को अस्पताल पहुंचाया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर दुख व्यक्त किया है तथा मृतकों के परिजनों के पीएमएनआरएफ से दो-दो लाख रुपये तथा घायलों को 50-50 हजार रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है।
PM @narendramodi has announced an ex-gratia of Rs. 2 lakh each from PMNRF to the next of kin of those who lost their lives due to lightning in parts of Rajasthan. Rs. 50,000 would be provided to the injured.
— PMO India (@PMOIndia) July 12, 2021
सूत्रों के मुताबिक आकाशीय बिजली गिरने के काऱण रविवार की रात में महल के वॉच टॉवर पर अफरा-तफरी मच गई। कई लोगों को संभलने का मौका नहीं मिला और वे पहाड़ी से नीचे झाड़ियों में गिर गए।
सहायक पुलिस आयुक्त सौरभ तिवारी ने बताया कि जंगल क्षेत्र होने के कारण राहत एवं बचाव अभियान में काफी दिक्कतें आईं तथा रात में जीवित बचे लोगों का पता लगाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि हमे आशंका है कि अभी भी कुछ लोग पहाड़ी से गिरने के बाद लापता है।
उन्होंने बताया कि आमेर महल के नीचे का क्षेत्र पहाड़ तथा जंगल से घिरा है। यह क्षेत्र तेंदुओं सहित कई जंगली जानवरों की आवाजाही के लिए जाना जाता है।
बताया जा रहा है कि लंबे समय हुई झमाझम बारिश और मौसम में आए बदलाव के बाद काफी संख्या में लोग आमेर की पहाड़ियों पर घूमने पहुंचे थे। यहां फोटोग्राफी और सेल्फी का सिलसिला चल रहा था कि अचानक बिजली गिरी, जिसके कारण कई लोग झुलस गए। वहीं अचानक मची अफरा-तफरी के बाद कुछ लोग पहाड़ी से नीचे गिर गए। राहत एवं बचावकर्मियों ने अब तक 35 से ज्यादा लोगों को नीचे उतार लिया है। राहत एवं बचाव कार्य जारी है।