लखनऊः लखनऊ से पकड़े गए आतंकवादियों के निशाने पर पवित्र नगरी अयोध्या थी। राम जन्मभूमि में दहशत फैलान की फिराक में सात आंतकवादियों ने दो साल पहले मोटर साइकिल से रेकी की थी। यूपी प्रदेश की राजधानी लखनऊ में रविवार को पकड़े गए अलकायदा के सहयोगी संगठन अंसार अलकायदा हिंद (AGH) के आतंकवादी मिनहाज अहमद और मसीरुद्दीन उर्फ मुशीर को 14 दिन के लिए एटीएस (ATS ) के रिमांड में भेज दिया गया है।
एटीएस ने सोमवार अपराह्न में दोनों को लखनऊ के स्पेशल कोर्ट में पेश किया और एटीएस ने इन दोनों को रिमांड मांगने के लिए अर्जी दाखिल की। जिसे अपर जिला जज-3 कोर्ट के जस्टिस राम योगेंद्र गुप्ता ने स्वीकार कर लिया।
आईबी (IB) खुफिया विभाग के मुताबिक आंतकवादी राम मंदिर पर फैसला आने के बाद से अयोध्या में सीरियल ब्लास्ट की साजिश रच रहे थे। इसके लिए अल कायदा का ये मॉड्यूल खड़ा किया गया। पहले नए लड़के भर्ती किए गए, फिर उन्हें फिदायीन दस्ता के लिए तैयार किया गया। साथ ही यह भी पता चला है कि इस दस्ते में शामिल सात आतंकवादियों ने दो साल पहले मोटरसाइकिल से अयोध्या में राम जन्मभूमि की रेकी भी थी।
मिनहाज और मसीरुद्दीन से पूछताछ में एटीएस को अहम सुराग हाथ लगे हैं। एटीएस ने का दावा है कि दोनों 15 अगस्त को सीरियल ब्लास्ट और मानव बम बनकर देश को दहलाने की साजिश रच रहे थे। इन दोनों को एजीएच का कमांडर शकील ऑपरेट कर रहा था।
आपका बता दें कि एटीएस को रविवार को लखनऊ के दुबग्गा में आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में जानकारी मिली थी और इसी के आधार पर एटीएस ने छापा मारा था, लेकिन घेराबंदी से पहले शकील भाग निकला। इस दौरान एटीएस ने मिनहाज अहमद और मसीरुद्दीन गिरफ्तार कर लिया।
उधर, यूपी एटीएस को एक और बड़ी कामयाबी हाष लगी है। एटीएस ने कानपुर में बड़ी कार्रवाई करते हुए इरशाद समेत छह आतंकवादियों को हिरासत में लिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इरशाद 15 अगस्त को होने वाले सीरियल ब्लास्ट में मिनहाज और मसीरुद्दीन की मदद कर रहा था।
आपको बता दें एटीएस शकील की तलाश में लखनऊ, कानपुर, मेरठ, देवबंद और बाराबंकी में छापेमारी की है। मिनहाज था मसीरूद्दीन से मिले इनपुट के मुताबिक इन लोगों के निशाने पर प्रदेश के प्रमुख मंदिर, स्मारक, रेलवे स्टेशन और 15 अगस्त के कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले राजनेता तथा पुलिसकर्मी थे।
सुरक्षा एजेंसियां कानपुर, सहारनपुर और लखनऊ से करीब 23 स्लीपिंग माड्यूल्स को उठाकर पूछताछ कर रही है। साथ ही मिनहाज, मसीरूद्दीन के परिवार वालों से इनकी गतिविधियों से जुड़ी जानकारी जुटा रही हैं। सूत्रों के मुताबिक यह लोग आसपास के सुनसान इलाकों में नवयुवकों को रेडिक्लाइज कर जेहाद के लिए तैयार कर रहे थे। इसके अलावा एटीएस जेलों में बंद आतंकवादियों के रिश्तेदारों पर भी नजर रख रही है।