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संवाददाताः शोभा ओझा

चित्रकूटः पूरा देश मौजूदा समय में कोरोना वायरस की तीसरी लहर को लेकर चिंतित है। सरकार से लेकर स्वयं सेवी संगठनें इस महामारी की संभावित तीसरी लहर से निपटने की तैयारी में जुटी हुई हैं। आरएसएस यानी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने भी कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर का सामना करने हेतु देशव्यापी “कार्यकर्ता प्रशिक्षण” का आयोजन करने की योजना बनाई है। इसका आयोजन लगभग 2.5 लाख स्थानों पर होगा। संघ की 27,166 शाखाएं अब पुनः मैदान में प्रारंभ हो गई हैं ।

इस सिलसिले में आरएसएस की अखिल भारतीय प्रांत प्रचारकों की यहां बैठक हुई, जिसमें संगठनात्मक गतिविधियों के साथ ही कोरोना के दूसरी लहर से उत्पन्न परिस्थितियों की व्यापक रूप से चर्चा हुई तथा देशभर में हुए सेवा कार्यों की समीक्षा की गई । साथ ही स्वयंसेवकों द्वारा टीकाकरण हेतु संचालित  सुविधाकेंद्र तथा प्रोत्साहन के अभियानों की भी समीक्षा की गई ।

बैठक में फैसला लिया गया कि कोरोना की तीसरी लहर की संभावना के मद्देनजर देशभर में शासन-प्रशासन का सहयोग करने तथा संभावित पीड़ितों की सहायता हेतु विशेष  “ कार्यकर्ता प्रशिक्षण “ का आयोजन किया जायेगा । ऐसी परिस्थिति में समाज का मनोबल बढ़ाने के लिए आवश्यक सभी जानकारी उचित समय पर लोगों तक पहुँचाने हेतु यह प्रशिक्षित कार्यकर्ता लगभग 2.5 लाख स्थानों पर किया जाएगा। यह प्रशिक्षण अगस्त माह में पूर्ण होगा तथा सितंबर से जनजागरण द्वारा हर गाँव तथा बस्ती में स्वयंसेवी लोगों तथा संस्थाओं को इस अभियान में जोड़ा जायेगा। इस प्रशिक्षण में कोरोना से बचाव हेतु बच्चों तथा माताओं के लिए विशेष रूप से आवश्यक सावधानियाँ और उपायों को शामिल किया गया है ।

 

जैसे-जैसे कोरोना के प्रकोप के पश्चात स्थितियाँ सामान्य हो रही है, संघ शाखाओं का संचालन भी मैदान में प्रारंभ हुआ है । बैठक में प्राप्त जानकारी के अनुसार देश भर में वर्तमान में कुल 39,454 शाखाएँ संचालित हो रही है जिसमें 27,166 शाखाएँ अब मैदान में लग रही है तथा 12,288 ई-शाखाएँ है।साथ ही साप्ताहिक मिलन कुल 10,130 है, जिसमें प्रत्यक्ष रूप से मैदान में 6510 पुनः प्रारंभ हुये तथा ई-मिलन 3620 है । कोरोना के लॉकडाऊन काल में विशेष रूप से प्रारंभ हुये कुटुंब मिलन देश भर में 9637 है।

 

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