दिल्लीः डीडीएमए (DDMA) यानी दिल्ली आपदा प्रबंधन अथॉरिटी ने कोरोना वायरस की तीसरी लहर को रोकने के लिए ‘ग्रेडेड रेस्पॉन्स एक्शन प्लान’ तैयार किया है। इस एक्शन प्लान को चार कलर कोड में बांटा गया है। पहले लेवल का कलर कोड पीला है। दूसरे लेवल का कलर कोड अंबर है। तीसरा लेवल ऑरेंज और चौथा लेवल रेड कलर का है। चौथा लेवल ज्यादा केसों की स्थिति को दिखाता है और उस स्थिति में राष्ट्रीय राजधानी में ज्यादातर गतिविधियां बंद हो जाएंगी।
उप राज्यपाल अनिल बैजल की अध्यक्षता में हुई बैठक में कोरोना की संभावित तीसरी लहर की तैयारियों को लेकर विस्तार से चर्चा हुई। बैठक के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया कि डीडीएमए ने ‘ग्रेडेड रेस्पॉन्स एक्शन प्लान’ को मंजूरी दे दी है। दिल्ली में कब लॉकडाउन लगेगा और कब क्या खुलेगा? इसे लेकर अब संशय की स्थिति नहीं रहेगी। एक्शन प्लान में स्पष्ट है कि केस बढ़ने की स्थिति में शहर में क्या-क्या गतिविधियां बंद हो जाएंगी। प्लान के मुताबिक, लगातार दो दिनों तक संक्रमण दर 0.5 प्रतिशत रहने पर सख्ती शुरू हो जाएगी। संक्रमण दर अगर दो दिन तक 5 प्रतिशत या इससे अधिक रहती है, तो सबसे अधिक सख्ती होगी। उन्होंने बताया कि कलर कोड पर आधारित एक्शन प्लान बनाया गया है।
सीएम केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि बैठक में कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट को लेकर भी बात हुई। वहीं बैजल ने ट्वीट कर बताया कि बैठक में अधिकारियों को टेस्ट, ट्रीट और ट्रैक की रणनीति पर गंभीरता से काम करने को कहा गया है।
केजरीला ने बताया कि दिल्ली सरकार कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट को फैलने से रोकने के लिए हर जरूरी कदम उठा रही है। वैक्सीनेशन तेजी से की जा रही है। उन्होंने ग्रेडेड रेस्पॉन्स एक्शन प्लान पास होना एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि जब यह प्लान जनता के बीच चला जाएगा, तो उन्हें पता रहेगा कि कितने केस बढ़ने पर लॉकडाउन लगेगा और कितने केस घटने पर लॉकडाउन खुलता जाएगा।
चलिए आपको बताते हैं कि कलर कोड क्या हैः-
पीला: संक्रमण दर लगातार दो दिनों तक 0.5 प्रतिशत या फिर लगातार सात दिनों तक 1500 से अधिक या फिर अस्पतालों में सात दिनों तक औसत 500 ऑक्सिजन बेड भरे रहें।
इस स्थिति में राष्ट्रीय राजधानी में कंस्ट्रक्शन गतिविधियां जारी रहेंगी। दिल्ली सरकार के ऑफिसों में ए ग्रेड ऑफिसर्स के 100 फीसदी स्टाफ को आना होगा, बाकी 50 फीसदी स्टाफ बुलाए जाएंगे। निजी दफ्तरों में 50 फीसदी स्टाफ आएगा। दुकानें ऑड-ईवन के आधार पर सुबह 10 से रात 8 बजे तक खुलेंगी। ऑड-ईवन बेस पर मॉल सुबह 10 से रात आठ बजे तक खुलेंगे। हर जोन में 50 प्रतिशत वेंडर के साथ एक वीकली मार्केट ही चलेगी। रेस्टोरेंट और बार 50 फीसदी क्षमता के साथ चलेंगे। पब्लिक पार्क खुलेंगे। होटल खुलेंगे। बार्बर शॉप खुलेंगी। सिनेमाघर, थिएटर, बैंक्विट हॉल, जिम, एंटरटेनमेंट पार्क बंद रहेंगे। दिल्ली मेट्रो और बसों में सिटिंग कैपिसिटी के हिसाब से 50 फीसदी लोग सफर करेंगे, लेकिन स्टैंडिंग की इजाजत नहीं होगी। नाइट कर्फ्यू रात दस से सुबह 5 तक रहेगा। स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स बंद रहेंगे। स्वीमिंग पूल बंद रहेंगे। ऑटो, ई-रिक्शा में दो सवारी, टैक्सी-कैब, ग्रामीण सेवा, फटफट सेवा में दो सवारी, मैक्सी कैब में 5 सवारी, आरटीवी में 11 सवारी बैठेंगी।
अंबर: संक्रमण दर लगातार दो दिनों तक एक प्रतिशत या फिर सात दिनों की अवधि में लगातार 3500 मामले या फिर अस्पतालों में सात दिनों तक 700 ऑक्सिजन बेड भरे रहें।
इस स्थिति में दिल्ली में कंस्ट्रक्शन गतिविधियां जारी रहेंगी। दुकानें ऑड-ईवन बेस पर सुबह 10 से शाम छह बजे तक खुलेंगी। ऑड ईवन बेस पर मॉल सुबह 10 से शाम छह बजे तक खुलेंगे। हर जोन में 50 प्रतिशत वेंडर के साथ एक वीकली मार्केट ही लगेगी। रेस्टोरेंट और बार बंद होंगे, केवल होम डिलिवरी की इजाजत मिलेगी। बार्बर शॉप बंद और जिम भी बंद होंगे। दिल्ली मेट्रो में सिटिंग कैपिसिटी के हिसाब से 33 फीसदी लोगों को चलने की इजाजत होगी। बसों में सिटिंग कैपिसिटी के हिसाब से 50 फीसदी को सफर की इजाजत होगी। ऑटो, ई-रिक्शा में दो सवारी, टैक्सी-कैब, ग्रामीण सेवा, फटफट सेवा में दो सवारी, मैक्सी कैब में 5 सवारी, आरटीवी में 11 सवारी बैठेंगी। नाइट कर्फ्यू और वीकेंड कर्फ्यू रहेगा। पब्लिक पार्क बंद रहेंगे।
ऑरेंज: संक्रमण दर लगातार दो दिनों तक 2 प्रतिशत या सात दिनों की अवधि में 9000 से अधिक मामले या अस्पतालों में औसत 1000 से अधिक ऑक्सिजन बेड सात दिनों तक भरे रहें
इस स्थिति में सिर्फ वही निर्माण कार्य होंगे, जहां मौके पर श्रमिक रह रहे हैं। इंडस्ट्री, प्रोडक्शन और मैन्युफैक्चरिंग यूनिंट बंद होंगी। ऑनसाइट वर्कर के साथ जरूरी चीजों की इंडस्ट्री खुलेंगी। जरूरी चीजों को छोड़कर सभी दुकानें बंद रहेंगी। स्टैंड अलोन दुकानें सुबह 10 से शाम 6 बजे तक खुल सकती हैं। मॉल्स बंद रहेंगे। वीकली मार्केट बंद होंगी। दिल्ली मेट्रो बंद होगी। बसों में सिटिंग कैपिसिटी के हिसाब से जरूरी सेवाओं से जुड़े लोगों को ही इजाजत होगी, वह भी 50 फीसदी कैपिसिटी के साथ।
रेड : संक्रमण दर लगातार दो दिनों तक 5 प्रतिशत या सात दिनों की अवधि में 16000 से अधिक मामले या अस्पतालों में औसत 3000 ऑक्सिजन बेड्स का लगातार सात दिनों तक भरे रहना
इस स्थ्ति में सिर्फ वही कंस्ट्रक्शन होंगे जहां ऑनसाइट श्रमिक रह रहे हैं। इंडस्ट्री प्रोडक्शन और मैन्युफैक्चरिंग यूनिट बंद रहेंगी, ऑनसाइट वर्कर के साथ जरूरी चीजों की इंडस्ट्री खुलेंगी। जरूरी चीजों को छोड़कर सभी दुकानें बंद रहेंगी, स्टैंड अलोन दुकानें सुबह 10 से शाम 6 बजे तक खुल सकती हैं। मॉल्स बंद रहेंगे। वीकली मार्केट बंद रहेंगी। मेट्रो बंद। 50 फीसदी सिटिंग कैपिसिटी के साथ बसों में केवल जरूरी सेवाओं के लोगों को ही इजाजत।
रेड : संक्रमण दर लगातार दो दिनों तक 5 प्रतिशत या सात दिनों की अवधि में 16000 से अधिक मामले या अस्पतालों में औसत 3000 ऑक्सिजन बेड्स का लगातार सात दिनों तक भरे रहना
ऐसे स्थिति में राष्ट्रीय राजधानी में सिर्फ वही कंस्ट्रक्शन होंगे जहां ऑनसाइट श्रमिक रह रहे हैं। इंडस्ट्री प्रोडक्शन और मैन्युफैक्चरिंग यूनिट बंद रहेंगी, ऑनसाइट वर्कर के साथ जरूरी चीजों की इंडस्ट्री खुलेंगी। जरूरी चीजों को छोड़कर सभी दुकानें बंद रहेंगी, स्टैंड अलोन दुकानें सुबह 10 से शाम 6 बजे तक खुल सकती हैं। मॉल्स बंद रहेंगे। वीकली मार्केट बंद रहेंगी। मेट्रो बंद। 50 फीसदी सिटिंग कैपिसिटी के साथ बसों में केवल जरूरी सेवाओं के लोगों को ही इजाजत।