नई दिल्ली.
जब हम बच्चे होते हैं तो हमारे शरीर का हर अंग विकसित हो रहा होता है, इम्यून सिस्टम भी शारीरिक अंगों में से एक है। वयस्क होते-होते हमारे इम्यून सिस्टम विकसित, स्वस्थ और मजबूत हो जाता है, लेकिन, जैसे-जैसे समय की सीढ़ी पर आप चढ़ते जाते हैं, वैसे-वैसे ही आपका उम्र के साथ-साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने लगती है। इसके अलावा, अन्य क्रॉनिक व शारीरिक बीमारियां भी शरीर की रोग प्रतिरोधक प्रणाली को कमजोर बनाते हैं। इस वजह से बुजुर्गों को वायरस, फ्लू जैसे किसी संक्रमण या बीमारी का खतरा अधिक होता है। इस खतरे को कम करने के लिए वृद्ध लोगों या सीनियर सिटीजन को इम्यून सिस्टम बढ़ाने के उपाय की जरूरत होती है। सामान्य की तुलना में बुजुर्गों को देखभाल की ज्यादा जरूरत है। इम्यून सिस्टम बढ़ाने के उपाय अपनाकर वृद्ध लोग खुद को किसी भी वायरस, फ्लू या बीमारी से दूर रख सकते हैं।
दरअसल, उम्र और अन्य ब्लड प्रेशर की समस्या, डायबिटीज की बीमारी आदि क्रॉनिक की वजह से बुजुर्गों का इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है। इस वजह से ही उनमें कोविड-19 के गंभीर परिणाम देखे जा रहे हैं और सीनियर सिटीजन या 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में सांस लेने में समस्या, तेज बुखार, गंभीर खांसी की समस्या आदि ज्यादा है।
स्वस्थ व पोषणयुक्त आहार लेने से आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी मजबूत होती है। आहार में हरी व पत्तेदार सब्जियां, फल, विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट का सेवन करना चाहिए। डायट से अत्यधिक व आर्टिफिशियल शुगर, फैट और प्रोसेस्ड फूड हटा देने चाहिए। प्रोटीन, विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन ई, जिंक आदि की मात्रा का ध्यान रखना चाहिए, जिन्हें प्राकृतिक रूप से भी लिया जा सकता है और जरूरत पड़ने पर इनके सप्लीमेंट्स का सेवन भी किया जा सकता है।
तनाव लेने से शरीर का इम्यून सिस्टम कमजोर होने लगता है और इसकी क्षमता घटने लगती है। क्योंकि, तनाव की वजह से शरीर में कोर्टिसोल नामक हॉर्मोन का उत्पादन होने लगता है, जो कि शरीर के संक्रमण से लड़ने की क्षमता और अन्य शारीरिक अंगों को नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है।
पर्याप्त नींद न लेने से भी आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो सकती है। इसके साथ ही बुजुर्गों के लिए पर्याप्त नींद दिमाग क्षमता को बढ़ाने में और तनाव को कम करने में भी मदद करती है। इम्यून सिस्टम बढ़ाने के उपाय में आपको रोजाना 8 से 9 घंटे की नींद लेनी चाहिए, जिससे सभी शारीरिक अंगों को जरूरी आराम प्राप्त हो सके और उनकी प्रभावशीलता बनी रहे।
धूम्रपान व शराब का सेवन किसी भी उम्र में किया जाए, तो हानिकारक ही होता है। लेकिन, बुढ़ापे में यह अधिक दुष्परिणाम दे सकता है। क्योंकि, पहले ही शरीर के अंग कमजोर होने लगते हैं और धूम्रपान व शराब का सेवन करने से फेफड़े व लिवर खराब होने लगता है। ऐसे में अगर आपका शरीर किसी संक्रमण की चपेट में आ जाता है, तो उसकी वजह से होने वाली छोटी-सी परेशानी या लक्षण आपके लिए गंभीर स्थिति पैदा कर सकता है। इसलिए, स्वस्थ बने रहने के लिए इन आदतों से दूर रहें।
रोग प्रतिरोधक क्षमता के साथ संक्रमण से बचाव के लिए हाथों की सफाई बहुत जरूरी है। क्योंकि, किसी भी कार्य को करने और कुछ खाने-पीने के लिए हमें हाथों का इस्तेमाल करना पड़ता है। लेकिन, हमारे आसपास मौजूद कई हानिकारक और खतरनाक वायरस व बैक्टीरिया मौजूद होते हैं, जो हाथों के द्वारा हमारे मुंह, आंख और नाक के जरिए शरीर के अंदर प्रवेश कर सकते हैं और
हमें बीमार कर सकते हैं। लेकिन, अपने हाथों की साफ-सफाई पर ध्यान देकर हम बीमारी से बच सकते हैं और इन वायरस या बैक्टीरिया से दूर रह सकते हैं। परिणामस्वरूप, हमारे शरीर के इम्यून सिस्टम को अधिक मेहनत नहीं करनी पड़ेगी और वह धीरे-धीरे मजबूत होने लगेगा। इसलिए, खाने-पीने या हाथों को चेहरे, मुंह, नाक व आंखों पर लगाने से पहले अच्छी तरह साफ करें।