आधे मर्ज का इलाज अकेले नारियल पानी

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नई दिल्ली.
नारियल में मौजूद पानी और उसका अंदरूनी सफेद हिस्सा, जिसे आमतौर पर मलाई कहा जाता है, ये दोनों ही आपके शरीर को प्रभावशाली पोषक तत्त्व और स्वास्थ्य लाभ प्रदान करते हैं। नारियल पानी एक बहुत ही स्वादिष्ट और कम कैलोरी वाला प्राकृतिक पेय है। मिनरल्ज से भरपूर हरे नारियल का पानी इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है और आपको कई बीमारियों से बचाता है। इसके अलावा इसमें प्रोटीन, फाइबर, मैगनीशियम, पोटाशियम, सोडियम और कार्बोहाइड्रेट भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो आपके ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने, बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने, ब्लड प्रेशर ठीक रखने और दिल को स्वस्थ रखने में काफी मददगार होते हैं।

पकने की प्रक्रिया के दौरान नारियल का बाहरी रंग धीरे-धीरे भूरा होने लगता है। नारियल के अंदर मौजूद सफेद भाग धीरे-धीरे गाढ़ा होने लगता है। 6 महीने तक इसमें केवल पानी होता है। 8-10 महीने में नारियल के बाहरी हिस्से में अधिक पीले या भूरे रंग के धब्बे होते हैं। इसका पानी मीठा हो जाता है और अंदर जेली जैसा बनने लगता है, जो धीरे-धीरे गाढ़ा हो जाता है। 11-12 महीनों में नारियल भूरे रंग का होने लगता है और इसके अंदर का भाग सफेद गाढ़ा और सख्त होने लगता है। इसमें पानी की मात्रा कम हो जाती है और फैट की मात्रा बढ़ जाती है।

स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक-

-नारियल का पानी पीने से शरीर में पानी की कमी नहीं होती है। शरीर में पानी की कमी हो जाने पर या फिर शरीर में तरल पदार्थ की कमी हो जाने पर शरीर डिहाइड्रेट हो जाता है और आपको दस्त, उल्टी, सिरदर्द एसिडिटी, अल्सर, कोलाइटिस और आंतों में सूजन जैसी परेशानी हो जाती है। हरे नारियल को ऊर्जा का अच्छा स्रोत माना जाता है, जिसके कारण कमजोरी, थकान, चक्कर आने जैसी समस्याओं से छुटकारा पाने में मदद मिलती है।

-हरे नारियल के अंदर मौजूद गिरी और पानी दोनों में फिनॉलक यौगिक एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो शरीर में सूजन को कम करने में मददगार होते हैं और आपकी कोशिकाओं को नष्ट होने से बचाते हैं। इसके अलावा इसमें पाए जाने वाले विटामिन्स और सूक्ष्म पोषक तत्त्व जैसे जिंक, कॉपर, मैगनीज और सेलेनियम आपके शरीर में प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट्स के रूप में काम करते हैं और आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली बढ़ाने में भी मदद करते हैं।

-नारियल पानी मेटाबॉलिक सिंड्रोम को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। मेटाबॉलिक सिंड्रोम हृदय रोगों की समस्याएं जैसे उच्च रक्तचाप, ब्लड शुगर, ट्राइग्लिसराइड और कोलेस्ट्रॉल के स्तर बढ़ाने के साथ-साथ अतिरिक्त बेली फैट भी बढ़ाता है। विभिन्न वैज्ञानिक शोधों में पाया गया है कि नारियल पानी के सेवन से शरीर में लिपिड मैटाबॉलिज्म का स्तर नियंत्रित रहता है। इससे हृदय रोगों की समस्याएं काफी हद तक कम हो जाती है। साथ ही रक्तचाप भी सामान्य रहता है और धमनियों में रक्त के थक्कों को बनने नहीं देता।

-नारियल पानी पीने का सबसे सही समय सुबह का है। इसलिए रोजाना खाली पेट नारियल पानी का सेवन जरूर करें। इसके अलावा वर्कआउट के समय या बाद में, दोपहर के खाने में या उससे थोड़ा वक्त बाद और शाम के समय भी नारियल पानी का सेवन करें। इससे आपका वजन तो कंट्रोल होता ही है साथ ही इससे शरीर को ऊर्जा भी मिलती हैं। बॉडी को डिटॉक्स करने के लिए रोजाना 1 गिलास नारियल पानी का सेवन जरूर करें।

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