देहरादूनः ऊधमसिंह नगर जिले की खटीमा सीट से विधायक पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री होंगे। धामी का नाम उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री के तौर पर तय हो गया है यह शनिवार को हुई पार्टी के विधायक दल की बैठक में तीरथ सिंह रावत ने धामी के नाम का प्रस्ताव रखा था, जिसे विधायकों ने मंजूरी दे दी है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक धामी आज ही राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले सकते हैं।
तीरथ सिंह रावत के इस्तीफा देने के बाद बीजेपी ने आज देहरादून में पार्टी विधायक दल की बैठक बुलाई थी। इस बैठक में केंद्र की तरफ से कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर पर्यवेक्षक के तौर पर शामिल हुए। उनकी मौजूदगी में ही धामी के नाम का ऐलान हुआ।
पुष्कर सिंह धामी का जन्म 16 सितंबर 1975 को पिथौरागढ के टुण्डी गांव में हुआ था। उन्होंने मानव संसाधन प्रबंधन और औद्योगिक संबंध में मास्टर्स किया है। वह 1990 से 1999 तक अबीवीपी (ABVP) अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में विभिन्न पदों पर काम कर चुके हैं।
तीरथ सिंह रावत का बतौर मुख्यमंत्री का कार्यकाल उनके विवादित बयानों के लिए ज्यादा जाना जाएगा। शायद हो कोई फटी जींस से लेकर 20-20 बच्चे वाले उनके बयानों को भूला हो। तीरथ मुख्यमंत्री का पद संभालते ही भावावेश में कुछ का कुछ विवादित बोल बोलते रहे।
उन्होंने कुंभ के दौरान संतों को खुश करने के लिए जिस तरह से कोरोना के नियमों में छूट देने का अधिकारियों को इशारा किया, उससे हिंदुओं का यह मेला कोरोना का हॉटस्पॉट बन गया।
हालांकि तीरथ सिंह ने त्रिवेंद्र सरकार के गैरसैंण मंडल बनाने के विवादित फैसले को पलटकर कुमायूं मंडल में उपजे विरोध को जरूर शांत किया, लेकिन चारधाम देवस्थानम बोर्ड को खत्म करने के बारे में घोषणा करने के बावजूद अमल नहीं कर सके। इससे ब्राह्मण समुदाय खुद को ठगा सा महसूस करने लगा।
उत्तऱाखंड में 2022 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। सीधे-साधे व्यक्तित्व वाले तीरथ कहीं से भी बीजेपी के लिए इलेक्शन मैटेरियल साबित नहीं हो सके। अगर उन्हें उपचुनाव में भी जाना पड़ता तो कोई सीट ऐसी नहीं दिख रही थी, जिस पर तीरथ की जीत की गारंटी हो। यही बात तीरथ के सबसे अधिक खिलाफ गई।