कोलकाताः पश्चिम बंगाल का विधानसभा सत्र का पहला दिन हंगामे की भेंट चढ़ गया। सदन में हालात इतने बिगड़े कि पांच मिनट में ही विधानसभा की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी तथा राज्यपाल जगदीप धनखड़ अपना अभिभाषण पढ़े बिना ही वापस चले गए।

धनखड़ के अभिभाषण के दौरान बीजेपी के विधायक राज्य में चुनाव के बाद हुई हिंसा के मुद्दे पर सदन से बाहर चले गए। इस दौरान बीजेपी विधायकों ने जय श्री राम और भारत माता की जय के नारे भी लगाए।

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने कहा, “पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा बहुत बर्बर है। बीजेपी के कार्यकर्ताओं की हत्या की गई। 300 से अधिक महिलाओं के साथ छेड़खानी की घटनाएं सामने आईं। कुछ के साथ रेप भी हुआ। यह सब राज्यपाल के अभिभाषण में दर्ज नहीं था। बीजेपी की तरफ से विधानसभा में प्रदर्शन किया गया। यह लड़ाई आखिर तक चलेगी।”

आपको बता दें कि किसी भी विधानसभा में बजट सत्र राज्यपाल के अभिभाषण से ही शुरू होता है। इसमें सरकार के काम-काज का ब्यौरा होता है। साथ ही सरकार की अहम योजनाओं की जानकारी भी दी जाती है।

पश्चिम बंगाल विधानसभा का बजट आठ जुलाई तक चलेगा। 2021-22 का राज्य बजट 7 जुलाई को रखा जाएगा। राज्य का बजट अगले हफ्ते पेश करने के अलावा तृणमूल कांग्रेस सरकार आगामी सत्र में चर्चा के लिए विधान परिषद बनाने की सिफारिश की जांच के लिए तदर्थ समिति की रिपोर्ट भी पेश करेगी।

आपको बता दें कि विधानसभा का बजट सत्र शुरू होने से पहले सभी का ध्यान उद्घाटन भाषण पर ही रहा। धनखड़ पहले ही भाषण के कुछ हिस्सों पर आपत्ति जता चुके हैं और इस संबंध में मुख्यमंत्री से चर्चा चाहते थे। वहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्यपाल को अवगत कराया था कि भाषण को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है और इसे बदला नहीं जा सकता है।

 

 

 

 

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