नई दिल्ली.
कुछ खास फूड ऐसे जरूर हैं , जो आपकी स्किन में मौजूद तेल और सीबम बनाने वाली कोशिकाओं को उत्तेजित करते हैं। ऐसा होने पर त्वचा में तैलीयता बढ़ती है, पोर्स क्लोगिंग बढ़ती है और ऐक्ने की संख्या दोगुनी रफ्तार से आपकी त्वचा पर फैलनी लगती है। सूरजमुखी के बीज, अखरोट, कद्दू के बीज, सूरजमुखी का तेल, कॉर्न ऑइल, सोयाबीन का तेल, इन सभी चीजों में ओमेगा-6 फैटी एसिड पाया जाता है। इसका सेवन आपकी त्वचा में ऐक्ने की समस्या को बढ़ा सकता है। इसलिए जब शरीर में ऐक्ने की समस्या हो रही हो तो आपको सोयाबीन और सूरज मुखी के तेल की जगह नारियल तेल या सरसों के तेल में बना भोजन खाना चाहिए।
स्किन एक्सपर्ट्स का कहना है कि जिन खाद्य पदार्थों में शुगर को अलग से मिलाया जाता है, उन्हें हर दिन खाने वाले लोगों में ऐक्ने बढ़ने की आशंका 30 प्रतिशत तक बढ़ जाती है, जबकि जो लोग केक और पेस्ट्री जैसी चीजें हर दिन खाते हैं, उनमें यह आशंका 20 प्रतिशत तक बढ़ जाती है।
इसलिए आपको मैदा, सफेद चावल, सोडा और सॉफ्ट ड्रिंक्स जैसी चीजों का सेवन बहुत कम करना चाहिए। बेहतर होगा यदि आप इनका सेवन बिल्कुल न करें।
ऐडेड शुगर फूड जैसे की सॉफ्ट ड्रिंक्स, कैंडीज, स्वीटनर्स, मैदा से बनी मिठाइयां खाने से ब्लड में शुगर और इंसुलिन का स्तर तेजी से बढ़ जाता है। रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट यानी मैदा के साथ चीनी से बनी चीजें बहुत जल्दी डायजेस्ट हो जाती हैं और रक्त में शुगर की मात्रा बढ़ जाती है। इस बढ़ी हुई मात्रा को नियंत्रित करने के लिए शरीर पर इंसुलिन प्रॉडक्शन अधिक करने का दबाव पड़ता है।
इंसुलिन बढ़ने से एंड्रोजन हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है और ये हार्मोन त्वचा की कोशिकाओं को अधिक सीबम प्रड्यूस करने के लिए उत्तेजित करता है। नतीजा यह होता है कि त्वचा में ऐक्ने और पिंपल की बाढ़-सी आ जाती है।
दूध और इससे बनी चीजें शरीर और त्वचा के लिए बहुत लाभकारी होती हैं। लेकिन जब ऐक्ने और पिंपल बहुत अधिक परेशान कर रहे हों, तब आपको इन डेयरी प्रॉडक्ट्स से दूरी बना लेनी चाहिए। नहीं तो ये आपकी समस्या को और अधिक गंभीर बना सकते हैं। दूध आपके शरीर में इंसुलिन के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है। गाय के दूध में अमीनो एसिड्स होते हैं, जो आईजीएफ-1 को प्रमोट करने काम करता है। इससे ऐक्ने की समस्या बहुत बढ़ सकती है।