उज्जैनः मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित विश्वप्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर के कपाट 78 दिन बाद एक बार फिर से श्रद्धालुओं के खुल गए हैं। मंदिर में दर्शन के लिए सोमवार को सुबह से ही भक्तों की लाइन लगी है। हालांकि कोविड प्रोटोकॉल के तहत पहले दिन महज 3500 भर्तों को ही मंदिर में प्रवेश की अनुमति दी गई है।
आपको बता दें कि कोविड-19 की दूसरी लहर शुरू होने पर 09 अप्रैल से महाकाल मंदिर में भक्तों का प्रवेश बंद कर दिया गया था। अब संक्रमण की रफ्तार कमजोर पड़ने पर 78 दिन बाद इसे फिर से खोला गया है। फिलहाल श्रद्धालुओं के मंदिर के गर्भ गृह और नंदी हॉल में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई है।
महाकाल मंदिर में प्रवेश के ऑनलाइन बुकिंग अनिवार्य है। इसके अलावा कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने वाले लोगों को ही अंदर जाने की अनुमति दी जाएगी। मंदिर में सिर्फ उन्हीं लोगों को प्रवेश की अनुमति मिलेगी जिन्होंने कोविड-19 के वैक्सीन की कम से कम एक डोज ली है। 48 घंटे पहले कोरोना टेस्ट कराने वाले भी मंदिर में प्रवेश कर सकेंगे, बशर्ते उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई हो।
मंदिर प्रबंध समिति के मुताबिक मंदिर को सोमवार सुबह छह बजे श्रद्धालुओं के लिए खोला गया है। रात आठ बजे तक भक्त मंदिर में दर्शन कर सकेंगे। कोविड गाइडलाइन के तहत दर्शन के लिए दो-दो घंटे के सात स्लॉट बनाए गए हैं। हरेक स्लॉट में केवल 500 लोगों को प्रवेश की अनुमति दी जाएगी।