दिल्लीः प्रधानमंत्री मोदी रविवार को महान एथेलीट मिल्खा सिंह को याद किया। मोदी ने आकाशवाणी तथा दूरदर्शन पर प्रसारित अपने मासिक कार्यक्रम मन की बात के दौरान टोक्यो ओलंपिक का उल्लेख करते हुए कहा कि बात टोक्यो ओलिंपिक की हो रही हो, तो भला मिल्खा सिंह जी जैसे महान एथेलीट को कौन भूल सकता है। कुछ दिन पहले ही कोरोना ने उन्हें हमसे छीन लिया। जब वे अस्पताल में थे, तो मुझे उनसे बात करने का अवसर मिला था । बात करते हुए मैंने उनसे आग्रह किया था। मैंने कहा था कि आपने तो 1964 में टोक्यो ओलिंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया था, इसलिए इस बार जब हमारे खिलाड़ी, ओलिंपिक के लिए टोक्यो जा रहे हैं, तो आपको हमारे एथेलीट का मनोबल बढ़ाना है, उन्हें अपने संदेश से प्रेरित करना है।
मोदी ने ने मिल्खा सिंह को याद करते हुए कहा कि वे खेल को लेकर इतना समर्पित और भावुक थे कि बीमारी में भी उन्होंने तुरंत ही इसके लिए हामी भर दी, लेकिन, दुर्भाग्य से नियति को कुछ और मंजूर था। मुझे आज भी याद है 2014 में वे सूरत आए थे। हम लोगों ने एक नाइट मैराथन का उद्घाटन किया था। उस समय उनसे जो गपशप हुई, खेलों के बारे में जो बात हुई, उससे मुझे भी बहुत प्रेरणा मिली थी। हम सब जानते हैं कि मिल्खा सिंह जी का पूरा परिवार स्पोर्ट्स को समर्पित रहा है, भारत का गौरव बढ़ाता रहा है।
पीएम ने कहा कि जब टैलेंट, डेडिकेशन, डिटरमिनेशन और स्पोर्ट्समेनशिप एक साथ मिलते हैं, तब जाकर कोई चैंपियन बनता है। हमारे देश में तो अधिकांश खिलाड़ी छोटे-छोटे शहरों, कस्बों, गांवों से निकल करके आते हैं । टोक्यो जा रहे हमारे ओलिंपिक दल में भी कई ऐसे खिलाड़ी शामिल हैं, जिनका जीवन बहुत प्रेरित करता है।
उन्होंने टोक्यो जा रहे खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि सभी खिलाड़ियों का अपना संघर्ष रहा है, बरसों की मेहनत रही है। वह सिर्फ अपने लिए ही नहीं जा रहे, बल्कि देश के लिए जा रहे हैं। इन खिलाड़ियों को भारत का गौरव भी बढ़ाना है और लोगों का दिल भी जीतना है और इसलिए मेरे देशवासियों, मैं आपको भी सलाह देना चाहता हूं, हमें जाने-अनजाने में भी हमारे इन खिलाड़ियों पर दबाव नहीं बनाना है, बल्कि खुले मन से इनका साथ देना है, हर खिलाड़ी का उत्साह बढ़ाना है।
पीएम ने देशवासियों से कहा कि आप सोशल मीडिया पर #Cheer4India के साथ अपने इन खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दे सकते हैं। आप कुछ और भी इनोवेटिव करना चाहें, तो वह भी जरूर करें। अगर आपको कोई ऐसा विचार आता है जो हमारे खिलाड़ियों के लिए देश को मिलकर करना चाहिए, तो वह आप मुझे जरूर भेजिएगा। हम सब मिलकर टोक्यो जाने वाले अपने खिलाड़ियों को सपोर्ट करेंगे – चीयर फॉर इंडिया।