नई दिल्ली.
गाय के घी को आयुर्वेद में अमृत के समान माना जाता है। ये कई बीमारियों के लड़ने में कारगर है। अगर सर्दियों में इसका सेवन किया जाए तो ये सीने में कफ नहीं जमने देता है। गाय के घी में हेल्दी फैट्स होते हैं। इसके अलावा घी में विटमिन ए, विटमिन डी और विटमिन ई जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। गाय के घी में ओमेगा 3 फैटी ऐसिड होता है जो दिमाग और हार्ट के लिए बेहद ज़रूरी है। इसे रोज़ाना खाने से आप सेहतमंद रहते हैं और कई बीमारियों के छुटकारा पा सकते हैं।
-सर्दियों के मौसम में लोगों को कफ की समस्या होने लगती है। ऐसे में कफ की समस्या को दूर करने का सबसे अच्छा और आसान घरेलू उपाय है गाय का घी। आप एक चम्मच घी को गर्म करके उसका सेवन कर सकते हैं या अदरक के पाउडर के साथ भी गाय के घी का सेवन कर सकते हैं।
-आयुर्वेद में ऐसा माना गया है कि गाय का घी न केवल आंखों की रोशनी बढ़ाता है बल्कि आंखों को कई तरह की बीमारियों से भी दूर रखता है। जिन लोगों को आंखों में परेशानी है वो लोग अपनी डाइट में घी को शामिल करें। रोज़ाना इसके सेवन से आपकी आंखें हमेशा स्वस्थ रहेंगी।
-माइग्रेन में ज़्यादातर सिर के हाफ हिस्से में दर्द होता है। इस परेशानी से बचने के लिए गाय के घी का सेवन करें। इससे आपको आराम मिलेगा। आप चाहें तो दो बूंद गाय के घी को नाक में सुबह और शाम डालें, इससे माइग्रेन का दर्द ठीक होता है। ये एलर्जी में भी कारगर है।
-सर्दियों में अक्सर लोगों की त्वचा रूखी हो जाती है। आप उसे मुलायम बनाने के लिए गाय के घी का इस्तेमाल कर सकते हैं। रोज़ाना घी से अपनी स्किन पर मालिश करें। इससे आपकी स्किन मुलायम हो जाएगी। घी त्वचा के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है।
-गाय के घी में एंटी ऑक्सीडेंट बहुत ज़्यादा मात्रा में होता है इसलिए इसके सेवन से वज़न नहीं बढ़ता। वज़न कंट्रोल करने के लिए अपनी डायट में घी का सेवन ज़रूर करना चाहिए। शोध के अनुसार गाय का घी खाने से ब्लड और आंतों में मौजूद कोलेस्ट्रॉल कम होता है। घी से बाइलरी लिपिड का स्राव बढ़ जाता है, जिससे इसमें राहत मिलती है। ये बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को सही रखता है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में मदद करता है।