दिल्लीः यूपी विधानसभा चुनाव से पहले सरकार अयोध्या को चमकाने की कवायद में जुट गई है। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में चल रही परियोजनाओं की समीक्षा करेंगे। इस मीटिंग में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य तथा उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा सहित प्रशासन के 13 अधिकारी मौजूद रहेंगे। साथ ही अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह भी मीटिंग में शामिल होंगे, लेकिन पीएम की मीटिंग से श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को दूर रखा गया है। इस बैठक में यूपी के मुख्य सचिव आरके तिवारी के अलावा प्रमुख सचिव पर्यटन, अपर मुख्य सचिव नगर विकास समेत अन्य विभागों के प्रमुख सचिव मौजूद रहेंगे। आपको बता दें कि उतर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।

पवित्र भूमि को चमकाने के लिए अयोध्या विकास प्राधिकरण की तरफ से मास्टर प्लान तैयार किया गया है। मौजूदा समय में लगभग 20 हजार करोड़ की परियोजनाओं पर काम चल रहा है। बैठक के दौरान प्रमुख सचिव आवास विकास अयोध्या के विकास कार्य के संबंध में प्रेजेंटेशन देंगे। इसके अलावा अयोध्या विकास पर प्रमुख सचिव आवास अब तक हुए विकास कार्यों के संबंध में और आगे प्रस्तावित विकास कार्य किए जाने के संबंध में प्रेजेंटेशन देंगे।

मोदी की बैठक के लिए तैयार विजन डॉक्यूमेंट में तीन तरह की योजनाओं लघु, मध्यम और दीर्घकालिक को शामिल किया गया है। पहली प्रमुख परियोजनाएं मध्यम और दीर्घकालिक हैं। इसमें चुने गए मंदिरों और परिसरों का जीर्णोद्धार, चयनित विरासत परिसरों का संरक्षण और एएसआई (ASI) की स्मारकों की देखरेख की जानी है।

इसके साथ ही राज्य पुरातत्व परिसर की बहाली, कोर एरिया रोड नेटवर्क की रेट्रोफिटिंग, सभी आध्यात्मिक क्षेत्रों का डॉक्यूमेंटेशन, विश्वकोश का निर्माण, वैदिक अध्ययन, उपनिषदों की पेशकश करने वाले वैदिक विश्वविद्यालयों की स्थापना, धार्मिक अध्ययन कौशल विकास केंद्रों की स्थापना और पश्चिमी मनोरंजक जिले में मेला मैदानों के विकास को शामिल किया गया है।

वहीं तीसरे लक्ष्य की प्रमुख परियोजनाएं लघु और तात्कालिक अवधि की हैं। इसमें सिविल लाइन पुनर्विकास परियोजना, मुख्य क्षेत्र का विकास, पार्कों और हरित नेटवर्क का विकास, रामायण युग के वृक्षारोपण, टीओडी नोड्स और कॉरिडोर का विकास, सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों और स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं का विकास, सिंगल बेड रूम रेंटल हाउसिंग-सर्विस का विकास, अपार्टमेंट शामिल है। मध्यम और दीर्घकालिक प्रमुख परियोजनाओं में 103 जलाशयों का जीर्णोद्धार (कुंड) स्वच्छ औद्योगिक जिले का विकास, बुलेवार्ड्स का नेटवर्क ,सामाजिक बुनियादी सुविधाओं के विकास को शामिल किया गया है।

अयोध्या को आधुनिक पर्यटन सिटी तौर पर विकसित करने के साथ व्यापार तथा रोजगार के संसाधन को उपलब्ध कराने का भी विजन डॉक्यूमेंट तैयार किया गया है। इस विजन डॉक्यूमेंट को पांच हजार नागरिकों और 500 पर्यटकों के सुझाव से तैयार किया गया है। विजन डॉक्यूमेंट के तहत चार लाख रोजगार तथा आठ  लाख अप्रत्यक्ष नौकरियां देने की तैयारी है।

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