छोटे बच्चों की कोमल त्वचा को सूरज की हानिकारक किरणों से बचाएं

0
223

नई दिल्ली.
अगर आपका बच्चा अधिक समय तक धूप में बाहर रहता है तो सूरज की हानिकारक अल्ट्रा वायलेट किरणों के प्रभाव से उसकी त्वचा का स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। इसलिए जब आपका बच्चा घर से बाहर जाए तो उसकी त्वचा पर अच्छे से सनस्क्रीन लगा दें ताकि वह सूरज की हानिकारक अल्ट्रा वायलेट किरणों से बचा रहे। ध्यान रखें कि बाहर निकलने से आधा घंटा पहले बच्चे को सनस्क्रीन लगा दें। इससे वह अच्छे से बच्चे की त्वचा में अवशोषित हो जाए।

-जब भी आपका बच्चा धूप में खेलने या फिर किसी अन्य कारणवश जाए तो उसे पहले ऐसे कपड़े पहनाएं, जो उसकी त्वचा को पूरी तरह से ढक दे। इसके लिए आप उसे पूरी बाजू वाली शर्ट और पैंट पहना सकते हैं। बेहतर होगा कि जब आप अपने बच्चे के लिए कपड़े खरीदने जाएं तो अल्ट्रा वायलेट प्रूफ कपड़े का ही चयन करना चाहिए, ताकि आपका बच्चा सूरज की हानिकारक अल्ट्रा वायलेट किरणों से अधिक सुरक्षित रहे।

-जिस तरह से सूरज की हानिकारक अल्ट्रा वायलेट किरणों से बच्चे की त्वचा को बचाकर रखना जरूरी है, ठीक उसी तरह उसकी आंखों को सुरक्षित रखना जरूरी है। अपने बच्चे की आंखों को सुरक्षित रखने के लिए उसे सनग्लास पहनाएं। हालांकि, जब भी आप बच्चे के लिए सनग्लास खरीदने जाए तो थोड़ी रिसर्च करें और सिर्फ वहीं सनग्लास खरीदें, जो 99% सूरज की हानिकारक किरणों से आंखों को सुरक्षित रख पाए।

– उसे कैप पहनाना भी बेहतर होगा क्योंकि यह आपके बच्चे के सिर पर सीधी धूप पड़ने से बचा सकती है। इसी के साथ यह सूरज की हानिकारक अल्ट्रा वायलेट किरणों को शरीर पर आने से भी रोकती है। इस के साथ ही अपने बच्चों को यह सुझाव दें कि उन्हें अधिक से अधिक छाया में रहना है क्योंकि धूप से उनकी त्वचा को नुकसान पहुंच सकता है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here